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रिलायंस जियो ने अब तक अपने फ्री इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग ऑफर को 31 दिसंबर से आगे बढ़ाने या नहीं बढ़ाने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. क्विंट हिंदी पहले ही बता चुका है कि एक्सपर्ट्स की राय के मुताबिक, जियो के पास कोई विकल्प नहीं बचा है. लेकिन अब रिलायंस जियो के अंदर से एक बड़ी खबर आई है.
एक्सपर्ट्स पहले ही बता चुके हैं रिलायंस जियो का टारगेट 31 दिसंबर तक 10 करोड़ कस्टमर जुटाना था. लेकिन अब तक रिलायंस को सिर्फ 3 से 4 करोड़ कस्टमर ही मिले हैं. ऐसे में अगले एक महीने में ऐसा होने की उम्मीद बेहद कम है.
रिलायंस ने इस टारगेट को पाने के लिए जियो सिम को शॉपिंग मॉल में भी अवेलेबल करा दिया है. लेकिन पीएम मोदी के नोटबंदी वाले फैसले से शॉपिंग मॉल्स में कस्टमर्स का फुटफॉल 40 से 70% तक गिर गया. और, जियो को इस कदम का फायदा भी नहीं मिल पाया.
भारत में किसी भी टेलीकॉम कंपनी को नए यूजर्स जुटाने के लिए खुद को दो कसौटियों पर कसना होता है. पहली कसौटी होती है - सस्ती सर्विस. दूसरी कसौटी होती है - बेहतर सर्विस.
जियो पहले ही फ्री इंटरनेट दे रहा है. बेहतर सर्विस की बात करें तो जियो इस मामले में स्मार्टफोन यूजर्स का दिल जीतने में सफल नहीं हुआ है. इसका कारण ये है कि इतने बड़े यूजर बेस को फ्री सर्विस देना अपने आप में एक चुनौती है.
ऐसे में रिलायंस के पास 10 करोड़ यूजर्स का टारगेट पाने के लिए वेलकम ऑफर को आगे बढ़ाना ही एक विकल्प है.
रिलायंस जियो के फाउंडर मुकेश अंबानी आने वाली 28 दिसंबर को इस ऑफर को आगे बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं. इसका कारण ये है कि 28 दिसंबर रिलायंस ग्रुप के फाउंडर धीरू भाई अंबानी का जयंती है और 28 दिसंबर को ही जियो का एक साल पूरा हो रहा है. 28 दिसंबर, 2015 को रिलायंस के कर्मचारियों के लिए जियो लॉन्च किया गया था.
ऐसे में इस बात की पूरी उम्मीद है कि रिलायंस जियो यूजर्स को 31 मार्च तक फ्री इंटरनेट यूज करने का मौका मिल सकता है.
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