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ब्रिटेन की टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन अपने भारतीय कारोबार को बढ़ाने के लिए आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आइडिया के साथ विलय करने पर विचार कर रही है.
अगर यह सौदा हो जाता है तो विलय के बाद बनी कंपनी टेलीकॉम इंडस्ट्री में एयरटेल को पीछे छोड़ते हुए देश की सबसे बड़ी इकाई बन जाएगी. इसके अलावा रिलायंस जियो से मिल रही लगातार चुनौती का मुकाबला भी किया जा सकेगा.
सीएलएसए की एक रिर्पोट के मुताबिक, वोडाफोन-आइडिया को मिलाकर बनने वाली नई कंपनी के पास 2018-19 तक मोबाइल बाजार की 43 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जिससे यह पहले नंबर पर पहुंच जाएगी.
वहीं दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल के पास 33 फीसदी और रिलायंस जियो की 13 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी.
वोडाफोन का कहना है, ‘‘अभी यह पक्का नहीं है कि इस सौदे पर सहमति बनेगी या नहीं और सौदे के समय के बारे में भी कुछ नहीं बताया जा सकता है.’’
भारत में 2007 में एंट्री के साथ वोडाफोन देश की दूसरे नंबर की टेलीकॉम कंपनी बन गई है. वोडाफोन का हचिसन के साथ मोबाइल कारोबार के सौदे को लेकर सरकार के साथ विवाद चल रहा है. आयकर विभाग वोडाफोन से करीब दो अरब डॉलर से अधिक टैक्स की मांग कर रहा है.
-इनपुट भाषा से
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