advertisement
जहां अभी तक दुनिया की सबसे बड़े इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप अपने एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन की वजह से सबसे सेफ माना जा रहा था, वहीं अब इसपर उंगलियां उठने लगी हैं. खबर है कि व्हाट्सऐप पर शेयर किये जाने वाले मैसेजेस को चोरी-छिपे पढ़ा जा रहा है और इसके जरिए यूजर्स की एक्टिविटी पर भी नजर रखी जा रही है.
‘द गार्डियन’ के मुताबिक, एक सिक्यॉरिटी रिसर्चर ने अपने रिसर्च में यह दावा किया है कि इस ऐप के एनक्रिप्शन में एक सिक्यॉरिटी 'की' होता है, जिसे चेंज कर कोई भी किसी के मैसेज की जासूसी कर सकता है. हालांकि फेसबुक, जिसने 2014 में व्हाट्सऐप का अधिग्रहण कर लिया था, उसने इस बात से साफ इनकार किया है.
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का मतलब है कि वॉट्सऐप से भेजा गया मैसेज केवल सेंडर और रिसीवर के द्वारा ही पढ़ा जा सकता है. लेकिन सिक्यॉरिटी रिसर्चर के मुताबिक, रिसर्चर ने व्हाट्सऐप में एक 'बैकडोर की' खोज निकाला है.
व्हाट्सऐप एन्क्रिप्शन के इस लूपहोल को पकड़ने वाले सिक्योरिटी रिसर्चर टोबियास बोएलटर का कहना है, “अगर कोई भी सरकारी एजेंसी, व्हाट्सऐप से किसी यूजर का चैट रिकॉर्ड मांगती है तो व्हाट्सऐप आसानी से 'सिक्योरिटी की' चेंज कर चैट रिकॉर्ड दे सकती है.
फेसबुक ने अपने सफाई में कहा-
व्हाट्सऐप का यह भी कहना है कि एक अरब से ज्यादा यूजर्स व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि व्हाट्सऐप आसान, विश्वसनीय और सुरक्षित है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)