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देश में कोरोना वायरस के मामले लगभग 4500 पहुंच चुके हैं. प्रशासन, डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी वायरस संक्रमण से जंग लड़ रहे हैं. ऐसे में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एक और लड़ाई जारी है. ये लड़ाई है कोरोना वायरस से जुड़ी गलत जानकारी और फेक न्यूज की. ऐसी खबरों के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला प्लेटफॉर्म WhatsApp है. अब मेसेजिंग प्लेटफॉर्म ने इससे निपटने का तरीका ढूंढ लिया है.
WhatsApp ने 7 अप्रैल को एक बयान जारी कर बताया है कि प्लेटफॉर्म फॉरवर्ड मेसेज पर लिमिट लगाने जा रहा है. कंपनी का मानना है कि इससे गलत जानकारियों का फैलना कम होगा.
WhatsApp को उम्मीद है कि इस तरीके से गलत जानकारी के फैलने की दर कम हो जाएगी. WhatsApp पर कोरोना वायरस के इलाज से लेकर इसके फैलने तक पर तमाम तरह की फेक न्यूज और जानकारी फैलाई जा रही है. कई राज्य सरकारों ने भी WhatsApp पर फेक न्यूज फॉरवर्ड करने पर तीन साल तक की जेल का प्रावधान रखा है.
जनवरी 2019 में WhatsApp ने कई बार फॉरवर्ड किए जाने वाले मैसेज पर ग्लोबल लिमिट लगाई थी. इसके अलावा ऐसे मैसेज पर फॉरवर्ड का आइकन भी बन कर आने लगा है. कंपनी ने हाल ही में स्टोरीज में अपलोड की जाने वाली वीडियो की अधिकतम अवधि पर भी लिमिट लगाई थी. अब स्टोरीज में 15 सेकंड से ज्यादा की वीडियो नहीं लगाई जा सकती.
कंपनी ने WHO, UNICEF और UNDP के साथ मिलकर WhatsApp कोरोनावायरस इंफॉर्मेशन हब बनाने का भी ऐलान किया है.
कोरोना वायरस के पूरी दुनिया में साढ़े 13 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. चीन से शुरू हुई इस महामारी ने अमेरिका और यूरोप में सबसे ज्यादा कहर बरपाया है. अमेरिका में संक्रमण के मामलों की तादाद 3.5 लाख से ऊपर पहुंच गई है. वहीं स्पेन और इटली में ये आंकड़ा 1.5 लाख के करीब आ गया है. दुनियाभर में वायरस से मरने वालों की संख्या 75,000 से ज्यादा हो गई है.
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