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2019 में फेसबुक के 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का लीक हुआ डेटा दोबारा सामने आ गया है. शनिवार को यह डेटा मुफ्त में ऑनलाइन उपलब्ध दिखाई दे रहा था.
बिजनेस इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक इस लीक डेटा में यूजर्स के फोन नंबर, फेसबुक आईडी, पूरा नाम, जन्मतिथि, व्यक्तिगत जानकारी, ईमेल एड्रेस और लोकेशन शामिल है.
लेकिन अब इस डेटा के एक बार फिर ऑनलाइन सामने आने से कंपनी की प्राइवेसी को बचाए रखने की क्षमता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
जब 2019 में यह डेटा लीक हुआ था, तो फेसबुक ने इसके लीक होने के लिए जिम्मेदार तकनीक को ठीक कर दिया था. लेकिन अगर एक बार फेसबुक के नेटवर्क से डेटा लीक हो जाता है, तो कंपनी के पास इसे नियंत्रित करने के सीमित अधिकार होते हैं.
शनिवार को इंटेलीजेंस फर्म हडसन रॉक के मुख्य तकनीकी अधिकारी एलन गाल ने फेसबुक के इस पुराने डेटा को खोज निकाला. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
फेसबुक की यह जानकारी हैकिंग फोरम पर मुफ्त में उपलब्ध है. थोड़ा-बहुत तकनीक का ज्ञान रखने वाला कोई भी इंसान इस तक आसानी से पहुंच बना सकता है. बिजनेस इंसाइडर ने कुछ फेसबुक यूजर्स के फोन नंबरों का फेसबुक ID के लीक डेटा से मिलान कर देखा और इसे सही पाया.
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