advertisement
आपके मन में अगर बहुत सारे सवाल आते रहते हैं, या फिर आपके घर में ऐसे बच्चे हैं, जो बहुत सवाल करते हैं. तो हमारा आपको स्मार्ट आइडिया. असिस्टेंट रख लीजिए, इससे आप बच्चों के सवालों का जवाब ना देने पाने की शर्मिंदगी से बच जाएंगे और खुद भी बहुत कुछ जान जाएंगे. टेंशन मत लीजिए, ये असिस्टेंट ना सैलरी लेंगे और ना छुट्टी और करीब करीब गारंटी मानिए कि हर सवाल का जवाब मिलेगा.
जीहां, हम आपको बताने जा रहे हैं, मार्केट में मौजूद उन दो स्मार्ट डिवाइस के बारे में, जिनके पास आपके ज्यादातर सवालों के जवाब हैं. हम बात कर रहे हैं, अमेजॉन के ‘एलेक्सा और गूगल के ‘गूगल होम’ डिवाइस के बारे में.
अलादीन के चिराग की तरह सर्च इंजन गूगल ने स्मार्ट पर्सनल असिस्टेंट डिवाइस ‘गूगल होम’ लॉन्च की है. ये डिवाइस आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को काफी हद तक आसान बना सकता है. जैसे ही आप डिवाइस के पास ‘हे गूगल’ कहेंगे, ये फौरन आपकी सेवा में हाजिर हो जाएगा. पहले ये आपका अभिवादन करेगा और फिर आपसे अगला आदेश लेगा.
आपकी एक आवाज पर ये डिवाइस न सिर्फ आपके सवालों का जवाब देगा, बल्कि ये आपके लिए आपकी पसंद के गाने भी प्ले करेगा. इसके अलावा आप इसके साथ ... गेम भी खेल पाएंगे.
गूगल होम की भारत में कीमत करीब 9,999 रुपये है. Google Home आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) असिस्टेंट है. एआई के चलते ये डेली न्यूज से लेकर ईमेल चेक और टाइम शेड्यूल तक सभी काम कर सकता है. इसके अलावा ये आपके लिए कॉल भी करेगा और आपके घर की दूसरी डिवाइस जैसे फिलिप्स ह्यू, नेस्ट, हनीवेल को भी कंट्रोल कर सकता है. एंड्रॉयड और एआई के बेहतर इंटीग्रेशन के चलते, गूगल होम अपनी इसी खासियत की वजह से अमेजन एलेक्सा को चुनौती देता है.
एलेक्सा वर्चुअल असिस्टेंस डिवाइस है, जिसे अमेजन ने डेवलेप किया है. यह डिवाइस वॉइस इंटरेक्शन यानी आपके साथ बातचीत करने, म्यूजिक प्ले करने, प्लान शेड्यूल करने में सक्षम है. इसके अलावा यह आपकी आवाज पर मौसम, ट्रैफिक, स्पोर्ट्स स्कोर, ब्रेकिंग न्यूज जैसी रियल टाइम इंफोर्मेशन देता है. इसके अलावा एलेक्सा खुद को होम ऑटोमेशन सिस्टम की तरह इस्तेमाल कर कई स्मार्ट डिवाइसेज को भी कंट्रोल कर सकता है.
डिवाइस के पास जाकर 'एलेक्सा' बोलते ही ये एक्टिवेट हो जाती है. इसके बाद यह आपकी वॉइस कमांड के आधार पर काम करती है. अमेजॉन इंडिया पर इसकी कीमत 8,999 रुपये है.
एलेक्सा स्मार्ट डिवाइस है, जो 'एलेक्सा' बोलते ही एक्टिव हो जाती है. यानी कि आपको कोई भी कमांड देने के लिए सिर्फ डिवाइस के पास जाकर "एलेक्सा" बोलना है.
एलेक्सा परफेक्ट तो नहीं है, लेकिन यह नेचुरल बोलचाल की भाषा को समझने में माहिर है. इसलिए आपको कोई भी कमांड देने के लिए एक्जेक्ट कमांड बोलने की जरूरत नहीं है.
अपने दिमाग की मदद से ही मशीनों को बुद्धिमान बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है. यानी कि अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस भी ईजाद कर ली गई है.
पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट जैसे गूगल असिस्टेंट, अमेजन एलेक्सा, एप्पल सीरी, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्टना जैसे डिवाइस और ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)