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अमेजन के संस्थापक और CEO जेफ बेजोस ने पांच साल पहले कहा था कि लोगों के घरों में ऑर्डर की डिलीवरी ड्रोन के जरिए भी की जा सकेगी. लेकिन अमेजन के अमेरिकी उपभोक्ताओं को अभी भी इसका इंतजार है. ये भी साफ नहीं है कि बेजोस के उस प्लान पर कब तक अमल होगा.
जेफ बेजोस ने रिटेल सेक्टर की कायपलट करके पैसे खूब बनाए. लेकिन ड्रोन के इस्तेमाल की बाधाएं दूर नहीं करवा सके. ड्रोन के इस्तेमाल में आ रही रेगुलेटरी की बाधाएं और सुरक्षा की दिक्कतों को दूर करने में दुनिया के इस सबसे अमीर शख्स को अभी वक्त लगेगा.
लेकिन ये हौवा जो कंज्यूमर गुड्स की इंस्टेंट डिलीवरी का बनाया गया है, वो अब तक मात्र हौवा ही है. ड्रोन की बैटरी लाइफ कम होना एक बड़ी समस्या है. निजता का हनन भी एक मुद्दा है.
GPS चिप का प्रयोग कर ड्रोन के रास्ते को तो तय किया जा सकता है, लेकिन हवा में उड़ता ड्रोन ये कैसे पता करेगा कि उपभोक्ता की सही लोकेशन क्या है या दरवाजे पर लगी कौन सी घंटी बजानी है?
DHL की पैरेंट कंपनी Deutsche Post AG के CEO फ्रैंक अप्पेल का कहना है, "इस कठिनाई को दूर करने के लिए प्रोग्रामिंग में जो खर्च आएगा, वो ज्यादा होगा".
ड्रोन का इस्तेमाल कुछ इंडस्ट्री में तो बढ़ा है, लेकिन अभी भी वो रिटेल सेक्टर और उपभोक्ताओं के सीधे संपर्क से बाहर है.
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