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गूगल ने भारत में पर्सनल लोन देने वाली करीब 100 ऐप पर एकशन लिया है. गूगल ने सैकड़ों की संख्या में पर्सनल लोन ऐप की समीक्षा की है और इनमें से कई को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है. लोन के नाम पर लोगों के डेटा से लेकर पर्सनल जानकारी हासिल करन और परेशान करने वाले ऐप्स की मनमानी को लेकर कुछ वक्त से सवाल उठ रहे थे. अब गूगल ने इस मनमानी पर लगाम लगाने के लिए अपने प्ले स्टोर से उन सभी ऐप्स को हटा दिया है जो नियम और कानून तोड़ रहे थे.
गूगल ने कहा कि जो ऐप यूजर सुरक्षा नीतियों का उल्लंघन कर रही थे, उन्हें तत्काल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. गूगल ने ऐसे ऐप को बिना किसी नोटिस के प्ले स्टोर से हटा दिया है. साथ ही बाकी ऐप को चेतावनी दी है कि वे पॉलिसी का पालन सुनिश्चित करें
Google के मुताबिक, जिन ऐप्स को हटाया गया है, उनके बारे में सरकारी एजेंसियों से भी शिकायत मिली थी.
गूगल इंडिया ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए बताया है कि ऐसे हजारों पर्सनल लोन ऐप्स का रिव्यू किया गया है जिसे लेकर सरकार और यूजर की तरफ से शिकायत आई थी. गूगल प्रोडक्ट, एंड्रॉयड सिक्योरिटी और प्राइवेसी की वाइस-प्रेसीडेंट सुजैन फ्रे कहती हैं, “हमने उन सभी ऐप्स को प्ले स्टोर से फौरन ही हटा दिया है जो हमारी यूजर सेफ्टी पॉलिसी के मुताबिक नहीं थीं. हमने बाकी के लोन ऐप्स के डेवलपर को ये बताया है कि वो इस बात कि पुष्टि करें कि वो स्थानीय कानून और रेग्युलेशन के तहत काम कर रहे हैं. जो ऐप्स ऐसा करने में असफल रहेंगे उन्हें बिना कोई नोटिस दिए प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा.”
बता दें कि अभी हाल ही में हैदराबाद पुलिस ने कर्ज देकर लोगों से ऊंची दरों पर ब्याज वसूलने वाला करोड़ों रुपये का घोटाला पकड़ा था. इसमें मोबाइल ऐप के जरिए कर्ज दिया जाता था और कर्ज के बदले ब्याज की दर 35% तक हुआ करती थी. ये घोटाला करीब ऐसे 30 मोबाइल फोन ऐप के जरिए चल रहा था, जिन्हें रिजर्व बैंक से मंजूरी नहीं मिली थी.
अभी हाल ही में दिल्ली से लेकर हैदराबाद में लोन ऐप की वजह से आत्मगत्या करने की कुछ घटनाएं सामने आई हैं.
25 नवंबर को दिल्ली के द्वारका इलाके में ऐप के जरिए तुरंत कर्ज पाने और कर्ज समय पर नहीं चुकाने के मामले में हरीश नाम के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. जानकारी के मुताबिक उसने ऐप से मामूली रकम उधार ली थी. लेकिन आरोप है कि ऐप कंपनी ने उसका पोन हैक कर लिया था.
वहीं ऐसा ही एक मामला हैदराबाद के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ पेश हुआ था और उसने भी आत्महत्या कर ली थी. बताया जाता है कि कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन के दौरान वह अपनी नौकरी खो चुका था, इंजीनियर ने घर चलाने के लिए कई ऑनलाइन माइक्रो पर्सनल लोन ऐप के द्वारा उधार ले लिया था. लेकिन वो उधार वापस नहीं कर पा रहा था. इसके बाद ऐप वालों ने इंजीनियर के फोन से कांटेक्ट लिस्ट लेकर उसके जानने वालों को फोन करके और उनके WhatsApp पर इंजीनियर के लोन की जानकारी भेजनी शुरू कर दी. जिसके बाद इंजीनियर ने अपनी जान दे दी.
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