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मध्यप्रदेश में 21 साल का एक युवक पिछले 5 महीने से जेल में है. क्योंकि किसी और ने वॉट्स ऐप पर मैसेज फॉरवर्ड किया. (टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक) उसके परिवारवालों के मुताबिक वॉट्स ऐप ग्रुप में एडमिन के एक्जिट करने के बाद वह ‘डिफॉल्ट एडमिन‘ बन गया.
पुलिस के मुताबिक उन्होंने आरोपी के खिलाफ सबूत पाए जाने पर कार्रवाई की. आरोपी बीएससी. का विद्यार्थी है और उसे इस साल 14 फरवरी को गिरफ्तार किया गया. उसे आईटी एक्ट और आईपीसी की धारा 124ए के तहत गिरफ्तार किया गया. धारा 124ए देशद्रोह पर लगाई जाती है.
जब आप किसी वॉट्सऐप ग्रुप को एक्जिट करते हैं तो आप उसके बाद ना तो मैसेज भेज सकते और ना रिसीव कर सकते. हालांकि चैट की हिस्ट्री वॉट्स ऐप में बनी रहती है.
अगर आप वॉट्स ऐप ग्रुप का उपयोग नहीं कर रहे हैं तो या तो आपको ग्रुप एक्जिट करना चाहिए या डिलीट कर देना चाहिए. क्यों कि वॉट्स ऐप एडमिन के एक्जिट करने के बाद किसी को भी ग्रुप का एडमिन बना देता है. मध्यप्रदेश के 21 साल के युवक के साथ यही हुआ, उसे जेल इसलिए हुई क्यों कि असली एडमिन के ग्रुप छोड़ने के बाद व्हाट्सएप ने उसे डिफॉल्ट एडमिन चुन लिया.
वॉट्स ऐप ग्रुप से एक्जिट करने या डिलीट करने के बाद आप इस तरह की घटनाओं से बच सकेंगे. इससे आपका वॉट्स ऐप स्टोरेज स्पेस भी खाली रहेगा.
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