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15 दिसंबर 2019 को जामिया मिल्लिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में पुलिस के सीसीटीवी कैमरे तोड़ने की 4 एक्सक्लूसिव वीडियो क्विंट के हाथ लगी है. इस वीडियो में दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान जामिया की ओल्ड लाइब्रेरी के अंदर घुसकर छात्रों को अंधाधुंध तरीके से पिटते और जामिया की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते दिख रहे हैं.
कैमरा 01
पहले कैमरा में दिख रहा है कि पुलिस छात्रों को लाइब्रेरी के रीडिंग रूम के अंदर घुसकर डंडे से पीट रही है. वीडियो में दिख रहा है कि छात्र पुलिस की पिटाई से बचने के लिए लाइब्रेरी की बिल्डिंग के बाहर भाग रहे हैं. थोड़ी ही देर बाद सीसीटीवी कैमरा तोड़ने की कोशिश होती है और आखिर में वो कैमरा टूट जाता है.
कैमरा 02
दूसरा कैमरा यूनिवर्सिटी के ओल्ड लाइब्रेरी के अंदर जाने वाले गेट है. जहां पुलिस छात्रों को पीटते दिख रही है और आखिर में कैमरा टूट जाता है.
कैमरा 03
तीसरे कैमरे में दिख रहा है कि रीडिंग रूम के अंदर पुलिस टेबल तोड़ रही है ताकि उसे डंडे के रूप में इस्तेमाल किया जा सके. इसी वीडियो में ये भी दिखता है कि पुलिस कैमरे को तोड़ने की कोशिश करती है, जिसके लिए पास में रखी कुर्सी को उठाकर कैमरे की तरफ फेंका जाता है. लेकिन कैमरा टूट नहीं पाता है.
कैमरा 04
चौथे कैमरे में पुलिस एक रीडिंग रूम के अंदर घुसती दिख रही है, साथ ही टेबल के अंदर छिपे एक छात्र को डंडे सी पीटती दिख रही है.
दरअसल, शनिवार 15 फरवरी को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मौजूदा और पूर्व छात्रों के ग्रुप जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी (JCC) ने एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने भी उसी घटना का एक 19 मिनट का सीसीटीवी फुटेज जारी किया.
बता दें कि 15 दिसंबर 2019 को जामिया के बाहर नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन हो रहा था. लेकिन प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया जिसमें पुलिस और कुछ लोगों में झड़प भी हुई. इसी दौरान दिल्ली पुलिस जामिया के कैंपस के अंदर घुस गई और आंसू गैस के गोले छोड़े और छात्रों की पिटाई की. दूसरी तरफ पुलिस का आरोप है कि कई छात्रों और आसपास के लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की.
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