Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दिल्ली के इन परिवारों का अनाज क्या ‘आधार’ ने चुराया है?

दिल्ली के इन परिवारों का अनाज क्या ‘आधार’ ने चुराया है?

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि 24 फरवरी तक आधार के बायोमेट्रिक सत्यापन फेल होने के 47,760 केस आए

आकांक्षा कुमार
वीडियो
Updated:
आधार है पर राशन नहीं मिल रहा
i
आधार है पर राशन नहीं मिल रहा
(फोटो: The Quint)

advertisement

जैसे ही आप मोहिनी देवी के घर में घुसते हैं, आपको सामने सोनाक्षी सिन्हा नमस्ते बोलती नजर आ जाएंगी. ये तस्वीर आपको सामने की नीली दीवार पर नजर आएगी. मोहिनी देवी दक्षिणी दिल्ली के कुसुमपुर पहाड़ी इलाके में रहती हैं. रोज की तरह ही अपनी बहू के काम में हाथ बंटाते हुए 77 साल की मोहिनी अपना दिन शुरू करती हैं.

30 साल से यहां रह रही मोहिनी के लिए पिछले 2 महीने काफी परेशानी में गुजरे. आधार की वजह से उन्हें इतनी दिक्कत आई कि खाने के लिए राशन नहीं मिला. घंटों राशन की दुकान पर खड़ी रहीं, लेकिन फरवरी के महीने में वो बस खाली हाथ ही लौटी हैं.

आधार ने जिंदगी की गाड़ी पटरी से उतार दी

जब मोहिनी 4 किलो गेहूं और एक किलो चावल लेने गईं तो उनको बोला गया कि बायोमेट्रिक का सत्यापन नहीं हो पा रहा और इस तरह के हालात दिल्ली में आम हैं.

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि 24 फरवरी तक आधार के बायोमेट्रिक सत्यापन फेल होने के 47,760 केस आए हैं.

मोहिनी जैसी तमाम महिलाएं जब राशन की दुकान पर पहुंचती हैं, उनसे e-POS मशीन पर अपनी उंगली लगाने को कहा जाता है ताकि उनका सत्यापन किया जा सके और इसका आंकड़ा दिल्ली सरकार के फूड सप्लाई विभाग के पास दर्ज होता रहता है.

सत्यापन फेल होने के कारण मोहिनी को राशन नहीं मिलता लेकिन ऑनलाइन दिखाता है कि वो 20 जनवरी को अपना राशन ले चुकी हैं.

कुसुमपुर पहाड़ी इलाके में करीब 50,000 लोग रहते हैं और इस मशीन ने उनकी जिंदगी में काफी परेशानी खड़ी कर दी है. यही हाल वहां रह रहे और भी लोगों का है, जिनको आधार की खराबी की वजह से राशन नहीं मिल पा रहा है.

दिल्ली सरकार ने हालांकि आधार से राशन देने वाली नीति पर 20 फरवरी को रोक लगा दी है, लेकिन राशन देने वाले दुकानदार कहते हैं कि उन्हें कोई औपचारिक आदेश नहीं मिला है.

कैमरा पर्सन: अतहर राथर

एडिटर: राहुल सांपुई

प्रोडक्शन असिसटेंट: जुबैर लोन और गौहर हसन

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

(लड़कियों, वो कौन सी चीज है जो तुम्हें हंसाती है? क्या तुम लड़कियों को लेकर हो रहे भेदभाव पर हंसती हो, पुरुषों के दबदबे वाले समाज पर, महिलाओं को लेकर हो रहे खराब व्यवहार पर या वही घिसी-पिटी 'संस्कारी' सोच पर. इस महिला दिवस पर जुड़िए क्विंट के 'अब नारी हंसेगी' कैंपेन से. खाइए, पीजिए, खिलखिलाइए, मुस्कुराइए, कुल मिलाकर खूब मौज करिए और ऐसी ही हंसती हुई तस्वीरें हमें भेज दीजिए buriladki@thequint.com पर.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 08 Mar 2018,02:52 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT