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इलाहाबाद हाईकोर्ट से तलवार दंपति को बरी करने पर हेमराज का परिवार निराश है. हेमराज के दामाद जीवन शर्मा ने द क्विंट के साथ बातचीत में कहा कि बाहर से आकर किसी दूसरे व्यक्ति ने आरुषि और हेमराज को नहीं मारा बल्कि घर के लोगों ने ही उन्हें मारा है.
जीवन शर्मा ने कहा, "पहले हम ये सोचकर खुश थे कि राजेश और नूपुर तलवार को सीबीआई ने आरुषि और हेमराज का हत्यारा माना है और अब इन्हें जिंदगी भर की सजा होगा. लेकिन बाद में तलवार दंपति को बरी कर दिया गया. ये खबर सुनकर हमें बहुत बड़ा झटका लगा है."
बता दें, राजेश और नूपुर तलवार के नौकर हेमराज की डेडबॉडी आरुषि के मर्डर के 36 घंटे बाद पुलिस को मिली थी. जीवन शर्मा ने उस थ्योरी को नकार दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि मर्डर कंपाउंडर कृष्णा और दो दूसरे नौकरों ने किया है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ जीवन शर्मा सुप्रीम कोर्ट में अपील करना चाहते हैं. लेकिन उनके पास इतने रुपये नहीं है कि वो वकील की फीस चुका पाएं.
हेमराज की मां, पत्नी और लड़का नेपाल में रहते हैं, जबकि दामाद जीवन नोएडा में काम करता है. हेमराज परिवार में अकेला कमाने वाला था. अब उसका परिवार दूसरों पर निर्भर है.
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