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बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने म्यांमार में हिंसा से बचकर उनके देश में पनाह लेने वाले रोहिंग्या मुसलमानों के लिए यूएन की निगरानी में म्यांमार में ही सुरक्षित जोन बनाने का प्रस्ताव पेश किया. शेख हसीना ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, रोहिंग्या मुस्लिमों को रक्षा, सुरक्षा और सम्मान के साथ स्वदेश लौटना चाहिए.
शेख हसीना ने आरोप लगाया कि रोहिंग्या लोग स्वदेश लौट नहीं पाएं इसके लिए म्यांमार के प्रशासन ने सीमा पर बारुदी सुरंगें बिछा दी हैं. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र को तत्काल कदम उठाने चाहिए. उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षा के लिए पांच सूत्रीय योजना पेश की. इसमें संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में म्यांमार में ही सुरक्षित जोन बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है.
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