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बटला हाउस एनकाउंटर को 11 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन यहां के लोग आज भी डर के साये में जी रहे हैं. ये वही गली है, जहां ठीक 11 साल पहले एनकाउंटर के बाद सन्नाटा पसर गया था. इसमें दो संदिग्ध आतंकियों समेत एक पुलिसवाले की मौत हो गई थी. लेकिन सालों बाद भी उसका असर यहां दिखता है.
19 सितंबर को 2008 में बटला हाउस में हुए एनकाउंटर में आजमगढ़ के सरायमीर क्षेत्र के दो युवक आतिफ और साजिद मारे गये थे. इस एनकाउंटर में इंस्पेक्टर मोहन शर्मा भी शहीद हो गए थे.
(इस वीडियो को पहली बार 2017 में पब्लिश किया गया था)
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