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क्या बवाना चुनाव ने तोड़ा ‘मोदी मिथक’, सुधरेगा AAP का गिरता ग्राफ?

बवाना चुनाव ने तोड़ा मोदी मिथक, AAP एंटी इंकम्बेंसी से निपटने में कामयाब रही. हालांकि पार्टी का वोट शेयर गिरा है

द क्विंट
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क्विंट के पॉलिटिकल एडिटर नीरज गुप्ता, AAP नेता आशुतोष, CSDS निदेशक संजय कुमार और क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया चर्चा में हिस्सा लेते हुए (बांए से दांए)
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क्विंट के पॉलिटिकल एडिटर नीरज गुप्ता, AAP नेता आशुतोष, CSDS निदेशक संजय कुमार और क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया चर्चा में हिस्सा लेते हुए (बांए से दांए)
(फोटो: द क्विंट)

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बवाना विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की है. यह चुनावी जीत पार्टी के लिए संजीवनी का काम कर सकती है. इस चुनाव ने कई मिथक भी तोड़े हैं.

आम आदमी पार्टी उम्मीदवार राम चंद्र को 59,866 वोट मिले जबकि बीजेपी के वेद प्रकाश को 35,834 वोट मिले. वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार को 31,919 वोट मिले है.

बवाना चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही वोट मांगे गए थे. उम्मीदवार भी आम आदमी पार्टी छोड़कर आया था. इसके अलावा ‘आप’ एंटी इंकम्बेंसी फैक्टर से भी निपटने में कामयाब रही. यह जीत नगर निगम चुनावों में कड़ी हार के बाद ‘आप’ के लिए बहुत अहमियत रखती है.

जानें आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष, CSDS के निदेशक संजय कुमार और द क्विंट के संपादकीय निदेशक संजय पुगलिया से इस जीत के मायने.

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Published: 30 Aug 2017,10:23 AM IST

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