advertisement
वीडियो प्रोडूसर: कनिष्क दांगी
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
2019 लोकसभा चुनाव में 'विकास' को लेकर ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने के लिए इन दिनों बीजेपी और शिवसेना में होड़ मची हुई है. लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, बीजेपी शिवसेना को काॅम्पिटिशन देने उतर गई है. उद्धव ठाकरे ने कोस्टल रोड का क्रेडिट लेने की कोशिश की, तो बीजेपी उसका जवाब देने के लिए विकास की बमबार्डिंग करने जा रही है.
उत्तर प्रदेश के बाद 48 लोकसभा सीटों वाला महाराष्ट्र दूसरा सबसे बड़ा राज्य है.इसलिए ये बीजेपी के फोकस में रहने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ प्रोजेक्ट लॉन्च करने जा रहे हैं. मकसद यही है कि 2019 चुनाव में बीजेपी को यहां से ज्यादा से ज्यादा सीटें जिताई जाएं.
सबसे पहले पीएम मोदी मुंबई से कल्याण में 18 दिसंबर को मेट्रो-5 और मेट्रो-9 के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना का भूमिपूजन करेंगे. ये मेट्रो (कल्याण-भिवंडी-ठाणे) में बनेगी. 24 किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट में 17 स्टेशन होंगे.
दावा है यहां 2021 तक मेट्रो ट्रेन चलने लगेगी. मुंबई का ये इलाका तेजी से बढ़ रहा है और ढेरों बड़े रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट बन रहे हैं. दावा है कि यहां 2021 तक मेट्रो चलने लगेगी. मुंबई का ये इलाका तेजी से बढ़ रहा है और यहां ढेरों बड़े रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट बन रहे हैं.
अगले महीने यानी जनवरी में प्रधानमंत्री फिर महाराष्ट्र आएंगे और नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस कॉरिडर का भूमिपूजन करेंगे. 32 हजार करोड़ रुपए का ये एक्सप्रेस रोड विदर्भ और मराठवाड़ा को फायदा देगा और बीजेपी की लोकप्रियता बढ़ाने में फायदा पहुंचाएगा. विदर्भ और मराठवाड़ा इलाके में बीजेपी को पिछली बार
अच्छी सीटें मिलीं थी. इस सड़क से नागपुर से मुंबई सिर्फ 8 घंटे में पहुंचना मुमकिन हो जाएगा.
900 किलोमीटर लंबे इस हाइवे को देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस हाइवे माना जा रहा है. ट्रांस-हार्बर लिंक प्रोजेक्ट की तैयारी भी की जा रही है, और पीएम इसे लॉन्च कर सकते हैं.
शिवसेना भी विकास कार्यों में पीछे नहीं रहना चाहती. उद्धव ठाकरे का मुंबई के महालक्ष्मी रेस कोर्स में भव्य गार्डन बनाने का प्लान है. फिलहाल मामला महाराष्ट्र सरकार के पास है. अगर परमिशन मिली तो इस प्रोजेक्ट का भी भूमिपूजन किया जाएगा.
महाराष्ट्र से लोकसभा की 48 सीटें आती है. 2014 में बीजेपी को 22 सीटें मिली थीं, जबकि शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं. 1 सीट सहयोगी राजू शेट्टी के खाते में गई थी. मतलब 48 में 42 सीटें NDA ने जीती थीं. लेकिन इस बार शिवसेना सुप्रीमो जिस तरह पीएम मोदी पर हमले कर रहे हैं, उसे देखते हुए लगता है कि शिवसेना-बीजेपी के
गठबंधन में दिक्कत हो सकती है. इसलिए बीजेपी खुद को महाराष्ट्र की सबसे शुभचिंतक दिखाना चाहती है.
बीजेपी को उम्मीद है की अगले चुनाव को विकास के मुद्दे पर महाराष्ट्र में 'मोदी का जादू' फिर चलेगा.
ये भी पढ़ें - राफेल मुद्दे पर शिवसेना का बीजेपी पर वार,कहा-‘ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)