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वीडियो एडिटर: पूर्णेंदु प्रीतम
भोजपुरी फिल्म 'निरहुआ रिक्शावाला' से लेकर 'निरहुआ हिंदुस्तानी' के स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' इस बार चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी ने आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने 'निरहुआ' को अपना उम्मीदवार बनाया है. क्विंट निरहुआ के साथ उनकी चुनावी यात्रा में शामिल हुआ. जहां पहली बार चुनाव लड़ने से लेकर अखिलेश यादव, नरेंद्र मोदी, यूपी में गठबंधन पर बात की.
जब निरहुआ से पहली बार चुनाव लड़ने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं नर्वस नहीं हूं बल्कि मेरे बड़े भैया अखिलेश यादव नर्वस हैं. उन्हें हार का डर सता रहा है.
भोजपुरी फिल्मों से राजनीति में एंट्री, क्या राजनीति में कमाल करेंगे या बवाल?
राजनीति में कमाल करने आया हूं, मैं राजनीति में नहीं आता, लेकिन हालात ऐसे बने कि आना पड़ा. कुछ लोगों ने ईमानदार पीएम को रोकने के लिए गठबंधन बनाया है, इसलिए ऐसे जातिवादी लोगों को रोकने के लिए हमको आना पड़ा.
अखिलेश को मानते हैं बड़ा भाई, फिर बड़े भाई के खिलाफ मैदान में क्यों?
मेरे पिता भी अगर सामने होते तो मैं चुनाव लड़ता. मैं उनके (अखिलेश) विचारों से सहमत नहीं था. उन्होंने मायावती के साथ गठबंधन किया, अगर वो पीएम मोदी के साथ होते तो मैं कभी चुनाव नहीं लड़ता. लोकतंत्र का मजाक बनाया जा रहा है. वंशवाद हावी है. पिता के बाद बेटा पार्टी अध्यक्ष बन जाते हैं, लेकिन क्या आप बीजेपी का अगला अध्यक्ष बता सकते हैं? बीजेपी अलग तरह की पार्टी है, लेकिन कुछ पार्टियां हैं जो जातिवाद और वंशवाद की बात करती हैं.
आप कहते हैं कि आपके सपने में मुलायम सिंह यादव आए थे, क्या है सच्चाई और अगर सच में सपने में आए थे तो क्या बात हुई?
एक दिन कैंपेन के बाद जब थककर सो रहा था, तब मुलायम सिंह यादव सपने में आए. मुझे लगा वो मुझे चुनाव लड़ने से मना करेंगे, लेकिन उन्होंने बोला कि सही कर रहे हो. उन्होंने कहा कि संसद में मैंने खुद कहा था कि मोदी दोबारा पीएम बने.
विरोधियों का आरोप है निरहुआ जीतने के बाद वापस मुंबई चले जाएंगे.
बिल्कुल नहीं, पहले मजबूरी में जाना होता था मुंबई. लेकिन अब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को पुर्वांचल में लाने की तैयारी हो रही है. योगी आदित्यनाथ ने भी कहा है कि पुर्वांचल में बनेंगी फिल्में. मैंने 8 फिल्में आजमगढ़ में बनाई है, मैं यहां के लोगों के मुद्दे जानता हूं.
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