Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019महाराष्ट्र: BJP 146, शिवसेना 124 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, ऐलान बाकी

महाराष्ट्र: BJP 146, शिवसेना 124 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, ऐलान बाकी

सहयोगी दलों के लिए गठबंधन ने 18 सीटें छोड़ी हैं

क्विंट हिंदी
वीडियो
Updated:
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे
i
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे
(फोटोः PTI)

advertisement

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी और शिवसेना में गठबंधन का फॉर्मूला तय हो गया है. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना 124 सीट और बीजेपी 146 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 18 सीटें सहयोगी पार्टियों को दी गई हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं. 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की गठबंधन के सामने मैदान में कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन होगा.

BJP-शिवसेना गठबंधन का कांग्रेस-NCP से सीधा मुकाबला

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सीधी टक्कर कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से है. साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरी थीं. इस चुनाव में बीजेपी पहली बार राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. देवेंद्र फडणवीस बीजेपी की तरफ से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता बने थे. बीजेपी को चुनाव में 122 सीटें हासिल हुई थीं. 145 के बहुमत से पीछे रहने के बाद पार्टी ने शिवसेना से गठबंधन किया था.

इससे पहले शिवसेना के साथ ही गठबंधन में बीजेपी 1995 से 1999 के बीच सत्ता में रह चुकी है. लेकिन उस वक्त शिवसेना के मनोहर जोशी और नारायण राणे मुख्यमंत्री बने थे. तब बीजेपी गठबंधन में नंबर 2 रहा करती थी.

लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर तकरार चलती रही. हालांकि, आखिर में दोनों पार्टियों के बीच समझौता हो गया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बंपर जनसमर्थन मिला और गठबंधन 48 में से 41 सीटों पर जीत गया. वहीं कांग्रेस-एनसीपी केवल 5 सीटें हासिल कर सके थे.

ठाकरे परिवार की परंपरा टूटी

2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने आदित्य ठाकरे को मुंबई की वर्ली सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. ये पहले बार है जब ठाकरे परिवार को कोई सदस्य चुनावी मैदान में उतर रहा है.

बता दें कि ठाकरे परिवार में चुनाव लड़ने की कोई प्रथा नहीं है.19 जून, 1966 को शिवसेना की स्थापना करने वाले बाला साहेब ठाकरे ने राज्य में पार्टी मजबूत किया लेकिन वे खुद कभी चुनावी अखाड़े में नहीं उतरे. बाला साहेब के निधन के बाद पार्टी की कमान संभालने वाले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लेकर भी शुरुआत में चुनाव लड़ने की खबरें आईं लेकिन उद्धव ठाकरे ने बाला साहब की तरह कभी चुनाव नहीं लड़ा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 29 Sep 2019,12:18 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT