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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
15 दिसंबर को जब दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस घुसी तो उसका सबसे पहला सामना यूनिवर्सिटी के गेट्स पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स से हुआ. चूंकि पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी में घुस रही थी और गार्ड्स को यूनिवर्सिटी प्रशासन से इसकी कोई सूचना नहीं थी, सो उन्होंने पुलिस कर्मियों को रोका. जाहिर है इसके बाद पुलिस से इनकी भा टकराव हुआ. ऐसे में क्विंट ने जामिया के कुछ गार्ड्स से बात की...
जामिया में पुलिस एक्शन के कारण कुछ गार्ड्स को भी चोटें आई थीं. एक गार्ड नजीर खान पिछले 19 साल से यूनिवर्सिटी में काम कर रहे हैं. नजीर खान सेना के जवान रह चुके हैं. वो ग्रेनेडियर रेजिमेंट में रह चुके हैं. नजीर खान ने छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया .
एक दूसरे गार्ड दौलत खान भी सेना के जवान रह चुके हैं. वो पुलिस एक्शन में घायल भी हुए. दौलत खान के मुताबिक पुलिस ने छात्रों के साथ बर्बरता की
जामिया के छात्रों की तरह यहां के सिक्योरिटी गार्ड भी नागरिकता संशोधन कानून को लेकर परेशान दिखे.
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