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वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप ने अब तक सैकड़ों लोगों की जान ले ली है. बुरी खबर ये हैं कि भारत में भी कोरोनावायरस से 3 लोग संक्रमित पाए गए हैं. केरल ने तो कोरोनावायरस को राज्य आपदा भी घोषित कर दिया है. लेकिन कोरोनावायरस नाम की बीमारी है क्या और ये भारत में कैसे आई. और वो कौन सी सावधानियां बरती जाएं जिससे आप इस जान ले सकने वाले कोरोनावायरस की जद में न आएं. ये आपको वीडियो में आगे बताएंगे.
भारत में 3 फरवरी को इस रोग का तीसरा पॉजिटिव केस डिटेक्ट हुआ है. ये छात्र भी केरल की वुहान यूनिवर्सिटी से संबंधित था. केरल में ही पिछले कुछ दिनों में त्रिशूर और अलप्पुझा में राज्य के दो स्टूडेंट में इस वायरस की पुष्टि हुई है. इनमें से एक मेडिकल छात्रा है.
चीन से रेस्क्यू किए गए 600 लोगों को को दिल्ली के करीब गुरुग्राम के आर्मी अस्पताल और दिल्ली के ITBP कैम्प में निगरानी में रखा गया है. देश में तीसरा कन्फर्म केस मिलने के बाद केंद्र सरकार भी हरकत में आई. मंत्रियों के समूह का एक पैनल बनाया गया है, जो पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है. भारत ने चीनी नागरिकों के वीजा सस्पेंड कर दिए हैं. और कई एयरलाइंस ने चीन में अपने ऑपरेशंस भी सस्पेंड किए हैं.
कोरोनावायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को अपनी चपेट में लेते हैं. कोरोनावायरस एक वायरल इनफैक्शन है. माना जा रहा है कि इससे प्रभावित लोगों के कॉन्टैक्ट में आने से ये फैलता है. इसलिए जो छात्र चीन में पढ़ रहे हैं, उन पर इस वायरस का खतरा सबसे ज्यादा मंडरा रहा है. चीन में पढ़ने वाले छात्रों को वापस बुलाया जा रहा है और उनके टेस्ट कराए जा रहे हैं कि कहीं वो भी तो इस वायरस की चपेट में नहीं हैं.
इस संक्रमण के शुरुआती मामलों के तार चीन के वुहान में सी फूड होलसेल मार्केट से जुड़े हैं. इन बाजारों में मुर्गों, चमगादड़ के साथ सांप भी बेचे जाते हैं. कुछ लोगों का ये भी कहना है कि ये वायरस भी जानवर से ही इंसानों में फैला हो, ऐसा हो सकता है. पहले भी चमगादड़, बंदर से बड़े स्तर पर वायरस फैले हैं. चीन में कोरोनावायरस की वजह से मरने वालों की तादाद बढ़कर 400 के पार पहुंच चुकी है, जबकि इस वायरस से ग्रसित पॉजिटिव मामलों की संख्या 20 हजार के पार चली गई है. इस संक्रमण से सबसे ज्यादा लोगों की मौतें चीन के हुबेई स्टेट में हुई हैं. हुबेई की राजधानी वुहान में दिसंबर में कोरोनावायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था और अब यह संक्रमण दुनिया के कई हिस्सों में फैल गया है. एक मौत फिलिपींस में भी हुई है.
राष्ट्रीय वेक्टरजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सलाहकार डॉ. एसी धारीवाल के मुताबिक, ''कोरोनावायरस के कारण नाक बहती है, कफ बनता है, गले में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होती है. ऐसे में डायबिटीज या निमोनिया जैसी बाकी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को खासतौर पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि पहले से बीमार लोगों में प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है.'' इस सीजन में इस तरह लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं..
लंबे वक्त तक कोरोनावायरस का कोई इलाज या वैक्सीन सामने नहीं आई थी लेकिन अब थाईलैंड ने कोरोनावायरस के सफल इलाज का दावा किया है. थाईलैंड के हेल्थ मिनिस्टर ने दावा किया है कि कोरोनावायरस संक्रमित एक चीनी महिला को फ्लू और एचआईवी के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं को मिला कर दिया गया. इससे महिला की सेहत काफी सुधर गई. महिला का इलाज करने वाले थाई डॉक्टर महिला को एंटी वायरल दवाओं के कॉम्बिनेशन से बनी दवा के इलाज से फायदा हुआ. 48 घंटे के भीतर महिला कोरोनावायरस पॉजीटिव से निगेटिव हो गई. भारतीय फार्मा कंपनी सिप्ला ने भी कोरोनावायरस के लिए दवा बनाने का दावा किया है.
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