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मेले का दूसरा शाही स्नान आज सुबह शुरू हो गया. इस शाही स्नान की शुरुआत करते हुए जूना अखाड़ा के नागा बाबाओं ने हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए पवित्र शिप्रा नदी में प्रवेश किया.
सूर्योदय के पहले से लेकर दोपहर बारह बजे तक साधुओं की शाही डुबकी के लिए रामघाट को तैयार किया गया है. स्नान में हिस्सा लेने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब यहां उमड़ा हुआ है. यह स्नान अक्षय तृतीया के साथ पड़ने की वजह से और भी अधिक शुभ माना जा रहा है.
सरकार के अनुसार, दूसरे स्नान के लिए लगभग 25 लाख श्रद्धालु इस प्राचीन शहर में आए हैं. स्नान की शुरुआत जूना अखाड़ा के पुजारी हरि गिरी द्वारा रामघाट पर पूजा अर्चना के साथ हुई. सिंहस्थ मेले में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से लोग इस पवित्र शहर में जुटे हैं.
कुंभ के इस मेले का आयोजन हर 12 साल बाद किया जाता है. उज्जैन को देश में मौजूद 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और भगवान महाकालेश्वर का निवास भी माना जाता है.
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