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इस बदलते दौर में अगर आपको अपने निवेश में ज्यादा सा ज्यादा रिटर्न मिल जाए, यही सबकी चाहत होती है. धन की बात के इस एपिसोड में हम बात करेंगे निवेश के अलग-अलग हथियारों की जिसके जरिए आपको आर्थिक लक्ष्य हासिल करने में आसानी होगी.
कई बार लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए बड़े-बड़े फैसले लेते हैं लेकिन उससे रिटर्न ज्यादा नहीं मिल पाता है.
धन की बात के इस एपिसोड में हम बात करेंगे Debt की.
Debt का मतलब है कर्ज.
अगर हम कर्ज लेते हैं तो ये हमारी जिम्मेदारी होती है. लेकिन अगर किसी को कर्ज देंगे तो उससे हमें ब्याज मिलेगा. जैसे, बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट कराना, बॉन्ड लेना या पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश.
Debt में हमें तभी निवेश करना चाहिए जब आपका लक्ष्य दो-तीन साल तक का हो.
कुंदन कुमार का सवाल. मैं प्राइवेट सेक्टर में जॉब करता हूं. 2,000-3,000 रु\महीने निवेश कर सकता हूं. 5-10 साल की लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहता हूं.
सबसे पहले हमें अपने लक्ष्य को तय करना है. इसके बाद ही हम आगे बढ़ सकते हैं. अगर आपको दो से तीन साल की अवधि के लिए निवेश करना है तो Debt निवेश को चुनें. इसमें आप SIP भी कर सकते हैं.
लंबी अवधि के लिए Equity Fund को चुनें और बीच की अवधि के लिए Debt+Equity.
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