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वीडियो एडिटर- मो. इब्राहिम
हम लोग फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड और दूसरी स्कीम्स में पैसे इन्वेस्ट करते हैं और जब भी अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है तो इनको बीच में रोककर पैसे निकाल लेते हैं. लेकिन कभी इमरजेंसी फंड के बारे में नहीं सोचते.
आज धन की बात के इस एपिसोड में हम इमरजेंसी फंड पर बात करेंगे. इमरजेंसी फंड यानी वो फंड जिसकी आपको अचानक जरूरत पड़ सकती है. वजह कुछ भी हो सकती है, चाहे किसी की तबीयत खराब हो, प्रकृतिक आपदा आ जाए या नौकरी चली जाए.
हम ऐसी स्थिति के लिए कभी तैयार नहीं रहते हैं. हमें किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि मुसीबत कभी भी आ सकती है.
फाइनेंशियल प्लानिंग के दौरान इमरजेंसी फंड को निकाल लेना चाहिए. इसके लिए कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखें
इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल सिर्फ इमरजेंसी के वक्त ही किया जाना चाहिए. ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप सेल के दौरान, नए फोन या त्योहारों के दौरान खरीदारी के लिए करें.
रांची से मोहन देव का सवाल
“मैं 29 साल का हूं. इंश्योरेंस लेना चाहता हूं. मुझे टर्म इंश्योरेंस लेना चाहिए या साधारण इंश्योरेंस?”
जवाब
हर किसी को इंश्योरेंस लेना चाहिए. ये बेहद जरूरी है. जितना जल्द आप इंश्योरेंस लेंगे, आपके लिए ये उतना ही अच्छा होगा. कम उम्र में इंश्योरेंस का प्रीमियम भी कम होता है.
अगर आपको इंश्योरेंस की अवधि के दौरान कुछ होता है तो ये रकम आपके परिवार को मिलेगी.
अगर इस दौरान आपको कुछ नहीं होता है तो आपको पॉलिसी के अंत में कोई रकम नहीं मिलेगी. दूसरे इंश्योरेंस आपको बीच-बीच में रिटर्न देते हैं. हालांकि, इसमें पॉलिसी की रकम ज्यादा करने के लिए आपको ज्यादा प्रीमियम देना होगा. इसलिए आपके लिए बेहतर है कि आप टर्म इंश्योरेंस ही लें.
आप भी फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़े अपने सवाल हमें dhankibaat@thequint.com पर भेज सकते हैं.
ये भी देखें: धन की बात Ep 10 | फाइनेंशियल प्लानिंग में क्या करें, क्या न करें?
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