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प्रिया दत्त ने चुनाव न लड़ने का फैसला क्यों बदला, खास बातचीत

बांद्रा से कुर्ला बस्ती तक क्या है लोगों के लिए जरूरी-विकास या खुली जगह?कांग्रेस उम्मीदवार प्रिया दत्त से खास बातचीत

अंकिता सिन्हा
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फोटो: क्विंट हिंदी
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फोटो: क्विंट हिंदी

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बांद्रा से कुर्ला बस्ती तक क्या है लोगों के लिए जरूरी - विकास या खुली जगह? मुंबई नाॅर्थ-सेंट्रल संसदीय इलाके से कांग्रेस उम्मीदवार प्रिया दत्त ने शहर में प्रचार के दौरान क्विंट से बातचीत के दौरान बताई अपनी प्राथमिकता.

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जब आप झुग्गी-बस्ती वाले इलाके को देखते हैं तो सबसे बड़ी जरूरत आवास, पुनर्विकास और पुनर्वास है. क्योंकि कई झुग्गियां पानी की पाइपलाइन पर हैं. अदालत का आदेश है कि उन्हें वहां से हटाया जाए. लेकिन हमें इनका पुनर्वास भी देखना होगा. ये चुनौती भरा है, लेकिन हमें इस चीज पर ध्यान देने की जरूरत है. जब आप इमारतों वाली जगह को देखते हैं तो वहां जरूरतें बिल्कुल अलग हैं. पर्यावरण की देखभाल आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है.
प्रिया दत्त, कांग्रेस उम्मीदवार, मुंबई नाॅर्थ-सेंट्रल

पहले प्रिया दत्त ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था. लेकिन बाद में उन्होंने अपना विचार बदल लिया.

मेरे चुनाव नहीं लड़ने के विचार को मेरे जैसे लोगों ने बदला. वे लोग जिनका मन एक जैसा है. जो असल में हमारे राष्ट्र की बुनावट पर भरोसा करते हैं. हमारे लोकतंत्र पर भरोसा करते हैं. अखंड भारत पर भरोसा करते हैं. देश को वापस कुछ देने के लिए हम जैसे लोगों को आना पड़ा. मुझे एक सीट की पेशकश की गई थी, मैंने मुंबई नाॅर्थ-सेंट्रल चुना क्योंकि ये मेरी लड़ाई का तरीका था.  
प्रिया दत्त, कांग्रेस उम्मीदवार, मुंबई नाॅर्थ-सेंट्रल

हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने मुंबई कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव किया.क्या नेतृत्व में बदलाव के साथ पार्टी की रणनीति में भी कोई बदलाव हुआ है, इस सवाल के जवाब में प्रिया दत्ता कहती हैं “ हमने नीचे से शुरूआत की है. हमारी प्रचार की रणनीति भी बदल गई है. इसमें बड़ी सभाएं, रैलियां या पदयात्राएं होती थीं. हमने इन क्षेत्रों में इसे छोटी बैठकों तक सीमित कर दिया है. तो वहां लोगों के साथ ज्यादा बातचीत होती है.लोगों के साथ डोर-टू-डोर कैंपेन होती है. हम असल में अब जमीन पर मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं.”

प्रिया दत्त का मुकाबला एक बार फिर बीजेपी की पूनम महाजन से है. 2014 चुनाव में प्रिया दत्त को हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इस बार प्रिया दत्त को भरोसा है कि ऐसा नहीं होगा. मुंबई में चौथे फेज में 29 अप्रैल को वोटिंग है.

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