advertisement
वीडियो एडिटर: पुर्नेंदू प्रीतम
अगर वेलेंटाइन डे है तो सेक्स दूर कैसे रह सकता है? फेक ऑर्गेज्म को लेकर सेक्स के लिए पसंदीदा दिन और समय तक भारतीयों ने अपनी राय रखी है. टिंडर ने करीब 7 शहरों के 18-34 साल के लगभग 1500 लोगों से बात की, जिसमें कई दिलचस्प चीजें सामने आई हैं.
1. एक्सपेरिमेंट करना चाहिए या नहीं?
करीब 79% लोगों को लगता है कि सेक्स में एक्सपेरिमेंट करना सही है.
2. आप सेक्स के बारे में कितना सोचते हैं?
करीब 23% महिलाओं और 30% पुरुषों का कहना है कि वो दिन में एक बार सेक्स के बारे में सोचते हैं.
3. सेक्स करने का सही समय?
60% लोगों का मानना है कि रात का समय सही है वहीं 8% लोगों का मानना है कि दिन का समय सही है और करीब 32% लोग मानते हैं कि सेक्स के लिए कोई भी समय सही होता है
4. सेक्स के लिए सबसे बढ़िया दिन?
कई लोगों का मानना है कि सेक्स के लिए शनिवार काफी रिलैक्सिंग दिन रहता है. 'मंडे ब्लूज' सेक्स पर भी लागू होता है. खैर ये दूसरी बात है...
5. आपका मूड कैसे बनता है?
छुट्टियां और घूमना-फिरना लोगों की पसंद में सबसे ऊपर है. कुछ लोगों के लिए अच्छा खाना अच्छे सेक्स की चाबी है और हां, प्रमोशन भी, गिफ्ट तो हमेशा जादू करते ही हैं.
6. क्या आपने कभी फेक ऑर्गेज्म किया?
50% महिलाओं ने माना है कि उन्होंने फेक ऑर्गेज्म किया है, लेकिन, 46% मर्दों ने भी माना है कि उन्होंने फेक किया है.
7. कभी सेक्स से इनकार किया है?
71% लोगों ने माना है कि उन्होंने सेक्स से बचने के लिए कोई न कोई बहाना बनाया है 10 में से 8 महिलाएं कहती हैं कि उन्होंने सीधे मना करने के बजाय कोई बहाना बनाया है, लेकिन ये 'ना' का मतलब ना कब होगा?
8. सेक्स से बचने के लिए अच्छा बहाना क्या है?
वैसे आप भी कोई बहाना बना सकते हैं!
9. 'कोई एक है खास' या हैं कई साथी?
staista.com के मुताबिक 70% महिलाओं का मानना है कि सिंगल पार्टनर ही सही है, 55% मर्दों की राय इसके ठीक उलट है जिनका दिल मांगे मोर!
सिर्फ जानकारी के लिए, दुनिया के मुकाबले भारतीय औसतन साल में 130 बार सेक्स करते हैं. पॉर्नहब डेटा 2018 के मुताबिक पूरी दुनिया में भारत तीसरे स्थान पर है, जहां सबसे ज्यादा पॉर्न मूवी देखी जाती है.
अगर आप सेक्स के बारे सोचते हैं, तो हमारे पास है आपके लिए अच्छी खबर- आप नॉर्मल हैं...
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)