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भारतीय जनता पार्टी को गुजरात में उस वक्त एक और झटका लगा, जब एक पटेल (पाटीदार) नेता ने उससे अलग होने की घोषणा की.
हार्दिक पटेल के करीबी नेता नरेंद्र पटेल का बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाए जाने के कुछ ही देर बाद निखिल सवानी ने इस्तीफा दे दिया. निखिल 15 दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे.
अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए सवानी ने कहा कि उन्हें अहसास हुआ है कि बीजेपी पाटीदार समुदाय को हल्के में ले रही है और वो लंबे समय तक पार्टी में नहीं रह सकते. उन्होंने कहा, "बीजेपी पाटीदारों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर रही है और उन्होंने जो कुछ भी देने का वादा किया है वो सिर्फ एक लॉलीपॉप है."
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