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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
विदेश मंत्री के तौर पर बीजेपी की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज ने कई अंजान व्यक्तियों की मदद की, दूसरे मुल्कों में फंसे कई भारतीयों को उनकी बदौलत वापस स्वदेश लौटने का मौका मिला. उनमें से एक हैं मुंबई में रहने वाले हामिद निहाल अंसारी.
हामिद 6 साल तक पाकिस्तान की हिरासत में रहे. ऑनलाइन दोस्त बनी एक लड़की से मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान गए हामिद को वहां जासूसी के इल्जाम में 6 साल तक जेल में रहना पड़ा. उन्हें सैन्य अदालत ने सजा सुनाई थी.
6 साल तक उनके परिवार ने सुषमा स्वराज से लगातार सम्पर्क किया और आखिरकार हामिद की घर वापसी हो सकी. हामिद ने क्विंट को बताया की सुषमा स्वराज के निधन की जानकारी ने उन्हें बड़ा सदमा पहुंचाया. देश के साथ उनके लिए ये एक व्यक्तिगत क्षति है.
हामिद ने कहा, मेरे दिल में उनके लिए गहरा सम्मान है और वे हमेशा मेरे दिल में जीवित रहेंगी. मुझे दूसरा जन्म देने वाली मां सुषमा स्वराज थीं. पाकिस्तान से लौटने के बाद उन्होंने ही मेरा मार्गदर्शन किया. उनकी मौत मेरे लिए बड़ा नुकसान है.
क्विंट को हामिद ने बताया की पाकिस्तान की जेल से वतन वापसी के लिए सुषमा स्वराज ने 96 खत लिखे थे. जब तक पाकिस्तान की सरकार से सकारात्मक जवाब नहीं आया, तब तक उन्होंने हार नहीं मानीं. मेरी मां से भी सुषमा जी कहा करती थीं- हामिद देश का बेटा है उसे हम जरूर भारत लाएंगे.
सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन 40 साल से भी लंबा रहा. अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें एक ओजस्वी वक्ता के तौर पर भी पहचान बनाई. सुषमा स्वराज जब संसद में भाषण देती थीं तो पक्ष और विपक्ष के सांसद भी बड़े गौर से उन्हें सुनते थे.
हामिद की 59 साल की मां फौजिया ने भी क्विंट से बातचीत में कहा कि सुषमा के भाषण उन्हें बहुत अच्छे लगते थे खासतौर पर जब वे अपने भाषणों में उर्दू का इस्तेमाल करती थीं.
सुषमा स्वराज ने 6 अगस्त की रात को एम्स में अंतिम सांस ली. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. वो 67 साल की थी.
वीडियो में देखिए हामिद और उनकी मां से क्विंट की पूरी बातचीत.
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