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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विरोधी नेताओं के खिलाफ धड़ल्ले से आरोप लगाने के लिए जाना जाता है. लेकिन हाल के दिनों में उनके बदले रुख ने सबको हैरान कर दिया. केजरीवाल इन दिनों उन नेताओं को लिखित माफीनामा भेज रहे हैं, जिनके खिलाफ उन्होंने कभी गंभीर आरोप लगाए थे.
केजरीवाल के इस रवैये पर दिल्ली की जनता भी दो धड़ों में बंटी दिख रही है. कुछ लोग केजरीवाल के इस कदम को उनकी दिलेरी बता रहे हैं, तो कुछ लोग उन्हें झूठा कह रहे हैं. तमाम लोग उन्हें आज भी आम आदमी का नेता मानते हैं, साथ ही माफी के सवाल पर उनका कहना है कि माफी मांगने के लिए भी बड़ा दिल चाहिए.
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि के कई केस दर्ज हैं. इन्हीं केसों को लेकर केजरीवाल उन लोगों से माफी मांग रहे हैं, जिन पर उन्होंने आरोप लगाए थे. लोगों से जब सवाल किया गया कि क्या केजरीवाल को माफी मांगनी चाहिए थी. तो इस पर दिल्लीवासियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिली.
लोगों का कहना है कि मानहानि के केसों में बर्बाद होने वाले वक्त को बचाने के लिए केजरीवाल माफी मांगकर मामला सुलटा रहे हैं.
दिल्ली की ही रहने वाली निशा कहती हैं,
दिल्ली के ही निवासी संजय कहते हैं कि माफी मांगना केजरीवाल का बड़प्पन है. संजय ने केजरीवाल को सही ठहराने के साथ ही दिल्ली सरकार को परेशान करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
संजय कहते हैं,
दिल्ली की ही सीमा शर्मा को लगता है कि केजरीवाल को माफी नहीं मांगनी चाहिए थी. वह कहती हैं-
वहीं, डॉक्टर तनवीर कहते हैं कि केजरीवाल को सबसे पहले दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए. वह कहते हैं...
डॉक्टर जीशान अहमद कहते हैं-
बहरहाल, केजरीवाल के माफी मांगने को लेकर जनता से मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है. लेकिन माफी मांगने के लिए केजरीवाल की लिस्ट में अगला नंबर किसका होगा, ये देखना वाकई दिलचस्प होगा.
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