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यस बैंक के खाताधारकों पर 3 अप्रैल तक 50 हजार से ज्यादा रकम निकालने की रोक लगा दी गई है. बैंक के बोर्ड को भंग करके RBI ने टेकओवर किया है. खाताधारक परेशान हैं और बैंकिंग सेक्टर फिर से चिंतित. शेयर बाजार भी सकते में है. बैंकिंग एनालिस्ट हेमेंद्र हजारी और द क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया से समझिए ये नौबत क्यों आई, और आगे क्या रास्ता है?
यस बैंक काफी दिनों से क्रेडिट के संकट से गुजर रहा था. रिजर्व बैंक ने 5 मार्च को यस बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया और खाताधारकों पर कुछ बंदिशें लगा दीं. अगले एक महीने तक यस बैंक के खाताधारक सिर्फ 50,000 रुपए ही निकाल पाएंगे. साथ ही रिजर्व बैंक ने नया एनमिनिस्ट्रेटर भी नियुक्त किया है. रिजर्व बैंक के इस ऐलान के बाद से ही यस बैंक के ग्राहकों पर संकट का पहाड़ टूट गया है. हालांकि अब अब रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा है कि वो एक महीने में यस बैंक को संकट से उबारने के लिए प्लान लेकर आएंगे और इन सब में धाताधारकों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
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