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31 साल की इशरत जहां ट्रिपल तलाक के दुरुपयोग के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं. इशरत के पति ने उन्हें लड़का पैदा न होने पर फोन पर ही तलाक दे दिया था.
इशरत बताती हैं कि तीन लड़कियों के बाद एक लड़का भी पैदा हुआ था, लेकिन फिर उनके पति खुश नहीं हुए. उनके पति और लड़के चाहते थे. 2015 में उनके पति दूसरी शादी कर दुबई चले गए थे.
सुप्रीम कोर्ट के एतिहासिक फैसले से ट्रिपल तलाक से पीड़ित इशरत जैसी महिलाओं की जिंदगी में उम्मीद की नई किरण जगी है.
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