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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर से बीजेपी ने भोजपुरी इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर रवि किशन को चुनावी मैदान में उतारा है. ‘जिंदगी झंड बा और गठबंधन के मुंह बंद बा’ इसी स्लोगन के साथ रवि किशन इन दिनों गोरखपुर की गलियों में चुनावी रैली कर रहे हैं.
लाइट, कैमरा, एक्शन...के बाद रवि किशन भोजपुरी भाषा में गोरखपुर की जनता के लिए चुनावी बिगुल बजा रहे हैं. रवि किशन का चुनावी ट्रेलर देखने क्विंट पहुंचा गोरखपुर, जहां रवि किशन ने अपने भोजपुरी डायलॉग के साथ-साथ कई सवालों के जवाब दिए.
भोजपुरी बोलकर वोटरों को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं?
भोजपुरी हमारी मातृभाषा है मेरी पहचान है, तो कैसे नहीं बोलेंगे. जब पंजाबी आदमी पंजाबी बोलता है. गुजराती, गुजराती बोलता है. तो भोजपुरी, भोजपुरी नहीं बोलेंगे तो क्या फ्रेंच बोलेंगे.
राजनीति और फिल्म में फर्क है तैयारी कैसी चल रही है?
राजनीति में आपको सिंपल चलना हैं, राजनीति आपको खुद ही नाच नचवा देगी. इसमें आप अपने आपको पूरा झोंक दीजिए. ये जहां ले जा रही है बस उस रास्ते चल दीजिए.
2018 में हुए उपचुनाव में तो बीजेपी हार गई थी?
लोगों को दुख है कि योगी आदित्यनाथ की सीट बीजेपी कैसे हार गई. ये बीजेपी का गढ़ है अबकी बार यहां से बीजेपी ही जीतेगी.
बता दें, रवि किशन 2014 में पूर्वी उत्तर प्रदेश की जौनपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और हार गए थे . लेकिन बाद में रवि किशन बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के संपर्क में आए और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने भी मौके की नजाकत समझते हुए योगी आदित्यनाथ की परंपरागत सीट गोरखपुर से रवि किशन को मैदान में उतार दिया.
गोरखपुर की सीट योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी, जहां पिछले साल हुए उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार हुई. यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ के लिए भी गोरखपुर में बीजेपी को जिताना साख की बात है.
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