Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019चुनाव 2019: घूंघट से निकलकर महिलाओं ने बताए अपने मुद्दे

चुनाव 2019: घूंघट से निकलकर महिलाओं ने बताए अपने मुद्दे

इन महिलाओं को साल में एक दिन की ‘आजादी’ दी जाती है, और फिर अगले दिन, वही घूंघट वाली जिंदगी

ऐश्वर्या एस अय्यर
वीडियो
Updated:
 इन महिलाओं को साल में एक दिन की ‘आजादी’ दी जाती है, और फिर अगले दिन, वही घूंघट वाली जिंदगी
i
इन महिलाओं को साल में एक दिन की ‘आजादी’ दी जाती है, और फिर अगले दिन, वही घूंघट वाली जिंदगी
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम

कैमरापर्सन: ऐश्वर्या एस अय्यर

लोकसभा चुनावों में क्या हैं राजस्थान की महिलाओं के मुद्दे? एक रात के लिए घूंघट से निकलकर जोधपुर की इन महिलाओं ने क्विंट से बात की.

धींगा गावर त्योहार में परफॉर्म कर रही इन महिलाओं को साल में एक दिन की 'आजादी' दी जाती है, और फिर अगले दिन, वही घूंघट वाली जिंदगी.

इस त्योहार में ये महिलाएं रात को 11 बजे बाहर निकलती हैं और 3-4 बजे तक बाहर ही रहती हैं. हमसे बातचीत में इन महिलाओं ने बताए अपनी परेशानियां और सरकार से उम्मीदें.

रेखा जोशी ने बातचीत में कहा,

आपके पास वॉट्सऐप वाला फोन क्यों नहीं है?

पति को पसंद नहीं है क्योंकि.

लेकिन ऐसा क्यों?

पता नहीं. वो जो कहते हैं, मानती हूं. अगर उन्होंने कहा सिंपल फोन रखने के लिए कहा तो मैं मान लेती हूं.

आपको बुरा नहीं लगता?

नहीं. उन्होंने मुझे इतनी आजादी दी है तो मैं कभी-कभी उनकी बात मान लेती हूं.

ये पूछने पर कि महिलाओं के मुद्दे कौन सी पार्टी ज्यादा देखती है, तो एक महिला का जवाब था नरेंद्र मोदी.

इन महिलाओं का कहना है कि लड़कियों को शिक्षा और रोजगार का मौका दिया जाना चाहिए.

क्या राजस्थान के समाज में महिलाएं आजाद हैं?

नहीं, आजाद तो नहीं हैं!

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 27 Apr 2019,05:24 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT