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40 साल बाद बलिया के चुनाव से गायब चंद्रशेखर परिवार,किसे होगा फायदा

अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के खिलाफ चंद्रशेखर के समर्थकों में गुस्सा है.

विक्रांत दुबे
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समाजवादी पार्टी ने नीरज शेखर का टिकट काटकर सनातन पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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समाजवादी पार्टी ने नीरज शेखर का टिकट काटकर सनातन पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया है.
(फोटो: twitter)

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वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा

वीडियो प्रोड्यूसर: मौसमी सिंह

यूपी के बलिया लोकसभा सीट की पहचान शुरू से ही पू्र्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाम पर रही है. 1984 चुनाव को छोड़कर उन्होंने इस सीट से लगातार चुनाव जीते. उनके निधन के बाद उपचुनाव और आगे के लोकसभा चुनाव में उनके छोटे बेटे नीरज शेखर चुनाव लड़े. इस बार के लोकसभा चुनाव एसपी-बीएसपी का गठबंधन हुआ और ये सीट एसपी के खाते में आई. लोगों को उम्मीद थी कि इस सीट से एसपी नीरज शेखर को ही चुनावी मैदान में उतारेगी, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन से ठीक कुछ घंटे पहले नीरज शेखर की जगह पूर्व विधायक सनातन पाण्डेय को एसपी ने टिकट दे दी.

इससे चुनावी समीकरण कितना बदल गया है, ये जानने क्विंट पहुंचा बलिया.

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पहली बार ऐसा चुनाव हो रहा है जब लोकसभा के चुनाव में चंद्रशेखर जी के परिवार की सहभागिता नहीं है. असर जनता में साफ दिख रहा है. जनता आक्रोशित है. हर सड़क पर गली में गांव में सभी लोग अपना आक्रोश जता रहे हैं. ऐसे व्यक्ति को लोकसभा में जाने से रोका गया जिनके पिताजी के ऊपर और खुद जो 12 साल तक सांसद रहे, उनपर एक भी आरोप नहीं लगा.
अविनाश सिंह, स्थानीय

बलिया की जनता का पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के परिवार के साथ भावनात्मक रिश्ता है.

नुकसान गठबंधन का ही होगा है. चंद्रशेखर जी के परिवार से बलिया की जनता हमेशा ही भावुकता के साथ जुड़ी रही. यही कारण है कि इस बार के चुनाव में BJP को फायदा होगा. हमारे साथ धोखा हुआ है.
प्रीवत सिंह, स्थानीय

राजपूत बहुल बलिया में SP बना रही है अलग समीकरण

माना जा रहा है कि ब्राह्मण कैंडिडेट को टिकट देकर एसपी ने दलित, यादव और मुस्लिम के साथ ब्राह्मण वोट में सेंधमारी करने की कोशिश की है.

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भरत सिंह का टिकट काटकर भदोही के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि वीरेंद्र सिंह पहले भी बलिया से चुनाव लड़ चुके हैं.

बीजेपी और एसपी में कांटें की टक्कर

बलिया की सीट पर दोनों ही पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी और एसपी को भितरघात का डर सता रहा है. एक ओर शहरी इलाके में बीजेपी का दबदबा है तो ग्रामीण क्षेत्र में गठबंधन आगे है.

बलिया लोकसभा सीट पर 19 मई को आखिरी चरण में मतदान होगा. देखिए पूरी ग्राउंड रिपोर्ट.

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Published: 17 May 2019,04:09 PM IST

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