Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Mannequin Challenge इंडिया एडिशन: बलात्कार, हमला और छेड़छाड़

Mannequin Challenge इंडिया एडिशन: बलात्कार, हमला और छेड़छाड़

अब उन्हें मैं मिल गई हूं, ठीक वैसी है जैसा वो चाहते थे

द क्विंट
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(फोटो: The Quint)
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(फोटो: The Quint)
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पहले बेंगलुरु फिर दिल्ली. छेड़छाड़ की ताजा घटनाओं से सोशल मीडिया का गुस्सा उबाल मार रहा है. सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी तक, हर कोई ऐसी घिनौनी घटनाओं की निंदा कर रहा है. फेसबुक पर दर्शन मोंडकर की एक पोस्ट ने हमें ये मैनेक्वीन चैलेंज करने के लिए मजबूर कर गया.

जिन लोगों ने दर्शन का पोस्ट नहीं पढ़ा है उनके लिए पूरा पोस्ट ये रहा. (अंग्रेजी पोस्ट का हिंदी अनुवाद किया गया है.)

तो, मैं अपने गर्लफ्रेंड्स के साथ एक मेट्रो शहर के भीड़- भाड़ वाले इलाके में गई. वो भारी तादाद में आए और हमारी अस्मिता को तार-तार कर दिया...लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है इसलिए....

अगली बार जब मैं डिस्को में गई, तो वो एक सेफ प्लेस था और बाउंसर्स भी थे. वो उस सेफ प्लेस में घुस आए और हमें पीटा और कपड़े तार-तार कर दिए....लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है इसलिए.....

मैं एक लड़के के साथ फिल्म देखने गई, उन्होंने मुझे एक बस में जबरन चढ़ा लिया, और मेरे प्राइवेट पार्ट्स में लोहे की रॉड घुसा दी....लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है इसलिए....

मैं एक नौकरी की तलाश में गई, उन्होंने मेरी कैब बीच सड़क रोक ली, फिर पूरे रास्ते मेरा बलात्कार किया....लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है...इसलिए...

मैं कॉलेज गई, सभ्य लड़की बनकर, सलवार कमीज पहनकर, उन्होंने मुझे एक कोने में घसीट लिया और फिर मेरे बम को दबाया....लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है...इसलिए....

मैं अपनी फैमिली के साथ रहने गई, उनके साथ सेफ और सुरक्षित, वो सब मेरे अंकल थे लेकिन उन्होंने मुझे अपनी भतीजी नहीं समझा, उन्होंने मेरे कपड़े उतारे और वही सब किया...लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है...इसलिए...

आजकल मैं बाथरूम में बैठती हूं, लॉक लगाकर, बाहर आने की कोशिश नहीं करती. वो आंगन में खड़े रहते हैं बाथरूम की खिड़की की ओर नजरें टिकाए...लेकिन मैं नहाती नहीं...क्योंकि मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है...इसलिए...

अब उन्हें मैं मिल गई हूं, ठीक वैसी है जैसा वो चाहते थे, मेरा हौसला टूट चुका है, लड़ने की ताकत खत्म हो चुकी है, कुछ भी करने की ताकत नहीं है, बस उनकी दया पर हूं...अभी भी बाथरूम में बंद...इस खौफ में कि कब दरवाजे पर ठक-ठक की आवाज आएगी और वो यहां आकर भी मुझे ले जाएंंगे.

मैं वो भारतीय नारी हूं, जो स्पोर्ट्स में नंबर-1 आ सकती हूं, देश के लिए मेडल जीत सकती हूं, आर्मी ज्वाइन कर सकती हूं, सीईओ बन सकती हूं, पूरी दुनिया के लिए चर्चा का विषय बन सकती हूं...लेकिन अगर मैं बाथरूम से बाहर आ पाई तो....क्योंकि मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है इसलिए.,...

वीडियो प्रोड्यूसर: त्रिदिप कांति मंडल, बादशा रे

कैमरामैन- संजॉय देब

वीडिया एडिटर- कुणाल मेहरा

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Published: 07 Jan 2017,11:18 AM IST

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