‘लॉकडाउन में छात्र आंदोलन को कुचलने की हो रही साजिश’

कवलप्रीत ने कहा उन्होंने डीयू से लेकर दिल्ली की कई जगहों पर CAA के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व किया.

ऐश्वर्या एस अय्यर
न्यूज वीडियो
Published:
कवलप्रीत कौर, अध्यक्ष, AISA, दिल्ली 
i
कवलप्रीत कौर, अध्यक्ष, AISA, दिल्ली 
(फोटोः Quint)

advertisement

AISA, दिल्ली की अध्यक्ष कवलप्रीत कौर का कहना है कि लॉकडाउन की आड़ में सरकार उन छात्रों को निशाना बना रही है, जिन्होंने CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व किया था. खुद कवलप्रीत का मोबाइल फोन दिल्ली पुलिस ने जब्त कर लिया है. क्विंट से बातचीत में कवलप्रीत ने कहा है कि उन्होंने अपना फोन पुलिस के हवाले कर दिया, क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

इस बातचीत में कवलप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के वक्त जब छात्र अपने घर से निकल नहीं सकता, जब उसे कानूनी मदद लेने में दिक्कत हो रही है, उस वक्त उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, गिरफ्तार किया जा रहा है. दिल्ली दंगों पर दिल्ली पुलिस ने जो FIR दर्ज की है उसमें कवलप्रीत का नाम नहीं है, लेकिन पुलिस ने जांच के लिए उनका फोन जब्त किया है. बता दें कि इस FIR में UAPA को भी लगाया गया है.

लॉकडाउन से पहले भी पुलिस एक्शन ले सकती थी. या फिर लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर सकती थी. आखिर क्या वजह है कि अभी पुलिस घर-घर जाकर छात्रों की जांच कर रही है, उन्हें गिरफ्तार कर रही है, शायद इसलिए कि हमें इस वक्त लीगल मदद नहीं मिलेगी.
कवलप्रीत कौर, अध्यक्ष, AISA, दिल्ली 

'छात्रों को निशाना बना रही है पुलिस'

कवलप्रीत का कहना है कि उन्होंने डीयू से लेकर दिल्ली की कई जगहों पर CAA के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व किया. प्रदर्शन वाली जगह पर पुलिस भी मौजूद होती थी, पुलिस रिकॉर्डिंग भी करती थी. ऐसे में सब कुछ शीशे की तरह साफ है लेकिन फिर भी पुलिस अब छात्रों को निशाना बना रही है.

कवलप्रीत का आरोप है कि सरकार की मंशा शायद ये है कि लॉकडाउन के आड़ में सवाल उठाने वाले, सोचने समझने वाले सारे छात्रों को डरा दिया जाए, उन्हें खत्म कर दिया जाए ताकि CAA के खिलाफ जो छात्र आंदोलन हुआ था, वो लॉकडाउन के बाद बचे ही नहीं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT