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वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दु प्रीतम
मुश्किलें चाहें लाख हों मुंबई कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेती हैं. कोरोना के कारण इस बार गणेश उत्सव को लेकर कई चुनौतियां हैं. लेकिन इससे निपटने के लिए सरकार ने मूविंग विसर्जन स्थल से लेकर कृत्रिम विसर्जन स्थल तक की व्यवस्था की है. साथ ही एक अनूठी पहल है shreeganeshvisarjan.com. मुंबई किस तरह से कोरोना के बीच भी सेफ गणेश उत्सव मनाने का प्लान बनाया है ये मैं आपको बताता हूं.
जो लोग घरों में गणपति बप्पा की स्थापना करते हैं उन्हें बीएमसी ने सलाह दी है कि प्रतिमा को 3-4 दिन पहले ही घर ले लाएं. आमतौर पर मूर्ति को 1 दिन पहले घर पर लाने की प्रथा है.
महाराष्ट्र सरकार के गृहविभाग ने निर्देश दिया है कि सार्वजनिक पंडालों में गणेश जी की मूर्ति की ऊंचाई 4 फुट से ज्यादा होनी चाहिए.आमतौर पर मुंबई के गणेश पंडालों में गणेश मूर्ति 18-20 फुट तक ऊंची होती है. वही विसर्जन के वक्त कोई जुलूस नहीं निकाल सकेगा. विसर्जन के वक्त भीड़ न जुटाने को कहा गया है. सार्वजनिक पंडालों से कहा गया है कि वो ऑनलाइन आरती करें और भक्तों को उसी में शामिल कराएं.
समिति का क्या कहना है ?
मुंबई सार्वजनिक गणेश उत्सव समन्वय समिति के अध्यक्ष दहीगावकर ने क्विंट को बताया है कि 70% गणेश पंडालों ने अब तक गणेश उत्सव के किए इजाजत ली है. दहीगीवकर ने ये भी बताया कि इस बार 500 नव जवान कोविड योद्धा के तौर पर पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे. मसलन सरकार और बीएमसी ने जो नियम बनाकर दिए हैं उनका पालन हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी पुलिस और प्रशाशन को देना और अगर कहीं कोविड का कोई मरीज उत्सव के दौरान मिलता है तो उसकी जानकारी पुलिस, बीएमसी को देना और प्रोटोकॉल का पालन कराना इस दल का काम होगा.
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