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सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने के फैसले को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी घबराहट में लिया गया फैसला मानते हैं. शौरी का आरोप है कि सरकार ने जांच रोकने के लिए राकेश अस्थाना का इस्तेमाल किया, जिससे विवाद हुए और दोनों को छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया गया.
क्विंट से खास बातचीत में अरुण शौरी ने कहा कि जिस सीबीआई का डर दिखाकर सरकार दूसरे नेताओं को परेशान करती थी अब वही सरकार खुद सीबीआई के जाल में उलझ गई है और अब एजेंसी को खत्म करने की कोशिश कर रही है.
शौरी ने कहा, आलोक वर्मा का एक निश्चित कार्यकाल था, उन्हें हटा देना एक बहुत बड़ा फैसला था. जो सिर्फ निश्चित कारणों से ही लिया जा सकता था. लेकिन सरकार ने अपने 'आदमी' के जरिए ऐसे हालात तैयार करवा दिए जिससे विवाद बढ़ जाए. बाद में दोनों को हटा दिया.
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