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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
शायर मुन्नवर राणा ने हाल ही में पूर्व CJI रंजन गोगोई पर राम मंदिर फैसले और गोगोई के राज्यसभा जाने को लेकर हमला बोला था. मुन्नवर राणा ने गोगोई के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया था, उस पर विवाद हो गया. एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान राणा ने कहा था कि 'राम मंदिर के केस में न्याय नहीं था, वो एक आदेश था.' इसके अलावा मुन्नवर राणा ने गोगोई के राज्यसभा की सदस्यता मंजूर करने पर कहा, "अयोध्या का फैसला सुनाने में उन्होंने खुद को बेच दिया." मां पर शायरी लिखने वाले राणा से क्विंट ने इस मामले में बातचीत की.
राणा ने कहा कि वो अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे, लेकिन वो इस्तेमाल किए गए शब्दों के लिए शर्मिंदा जरूर हैं.
मुन्नवर राणा ने अगस्त के शुरुआत में पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर राय बरेली में स्थित अपनी जमीन 'बाबरी मस्जिद' के निर्माण के लिए देने की इच्छा जाहिर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले के फैसले में केंद्र सरकार से मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने को कहा था. ये जमीन अयोध्या के धन्नीपुर गांव में दी गई है. राणा ने अपनी चिट्ठी में कहा था कि 'इस जमीन पर राजा दशरथ के नाम से एक अस्पताल बनना चाहिए.'
इस चिट्ठी पर मुन्नवर राणा ने क्विंट से कहा कि सरकार की जमीन पर मस्जिद नहीं बननी चाहिए क्योंकि जब मस्जिद को निकाल ही दिया गया है, तो 18-20 किलोमीटर दूर जमीन देने का कोई फायदा नहीं.
मुन्नवर राणा ने कहा कि जहां तक मस्जिद का सवाल है, तो मेरी राय बरेली की पुश्तैनी 5-6 बीघा जमीन का इस्तेमाल किया जा सकता है.
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