advertisement
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के अनशन का मंगलवार को 11वां दिन है. वो अपने समुदाय के आरक्षण, किसानों की कर्ज माफी और अपने सहयोगी अल्पेश कठारिया को रिहा करने की मांग को लेकरअनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. फिलहाल, विपक्षी पार्टियों का उन्हें समर्थन मिल रहा है, वहीं सरकार की तरफ से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आ रही है, बीजेपी इसे कांग्रेस से प्रेरित आंदोलन बता रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनशन का असर उनकी सेहत पर गंभीर असर डाल रहा है. हार्दिक का वजन 78 से कम होकर 58 रह गया है, ऐसे में राज्य सरकार ने अनशन वाली जगह पर डॉक्टरों की टीम तैनात की है. रविवार को हार्दिक ने अपने समर्थकों पर लाठी चार्ज के विरोध में सरकारी मेडिकल टीम को वापस भेज दिया था. रविवार को ही हार्दिक ने अपनी वसीयत भी जारी की, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का बंटवारा माता-पिता, बहन और पाटीदार आरक्षण कोटा आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारवालों के बीच किया.
आरजेडी, टीएमसी, AAP, एनसीपी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने हार्दिक पटेल के अनशन में अपना समर्थन दिखाया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हार्दिक के लिए समर्थन दिखाते हुए कहा है कि वो किसानों के लिए लड़ रहे हैं, सभी किसान और समाज उनके साथ है. बीजेपी की तरफ से गुजरात सरकार में मंत्री सौरभ पटेल ने इसे कांग्रेस प्रेरित करार देते हुए कहा है कि हार्दिक को डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)