advertisement
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर झंडा फहराया. पीएम मोदी ने 10वीं बार लाल किले पर राष्ट्र ध्वज फहराया है. इसके बाद पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम ने देशवासियों शब्द की जगह परिवारजन शब्द का इस्तेमाल किया. इसके साथ ही उन्होंने विकसित राष्ट्र के संकल्प को दोहराया. इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर, युवा, नारी शक्ति सहित नए वर्ल्ड ऑर्डर पर अपनी बात रखी.
लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, सपने अनेक हैं, संकल्प साफ है, नीतियां स्पष्ट हैं. नियत के सामने सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयोंं को स्वीकार करना पड़ेगा. उसके समाधान के लिए आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं. आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं. अनुभव के आधार पर कह रहा हूं गंभीरता पूर्वक उन चीजों को हमें लेना होगा, आजादी के अमृतकाल में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, दुनिया में विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए. पीएम ने आगे कहा भारत के समार्थ्य में कभी कमी नहीं थी. जो देश कभी सोने की चिड़िया था. 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तो भारत विकसित देश होगा.
पीएम ने देशवासियों को 3 गारंटी भी दी. पहली- अगले कुछ सालों में भारत दुनिया का तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा. दूसरी- शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी. तीसरी- देशभर में 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे.
मणिपुर का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, पिछले कुछ सप्ताह से नॉर्थ ईस्ट विशेषकर मणिपुर में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा. मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन लगातार कुछ दिनों से शांति की खबरें आ रही हैं. देश मणिपुर के लोगों के साथ है. मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं. शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा.
मेरे प्यारे परिवारजनों आज 10 करोड़ महिलाएं वीमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हुई हैं. वीमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप के साथ गांव में जाएंगे तो आपको बैंक वाली दीदी मिलेंगे, आपको आंगनबाड़ी वाली दीदी मिलेंगी, आपको दवाई देने वाली दीदी मिलेंगी. और अब मेरा सपना है 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का और इसके हम नई योजना के बारे में सोच रहे हैं. एग्रीकल्चर फील्ड में टेक्नोलॉजी लाएंगे. ड्रोन की सर्विस उपलब्ध कराने के लिए हम वीमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप को ट्रेनिंग देंगे. देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, हम जो भी फैसला करेंगे, वो 1000 साल तक हमारे भाग्य को लिखने वाला है. मैं देश के बेटे बेटियों को कहना चाहूंगा, जो सौभाग्य आज मिला है, शायद ही किसी का नसीब होता है, जिसे ये मिला हो. इसे गंवाना नहीं है. मुझे युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है. युवा शक्ति में सामर्थ्य है. हमारी नीतिया और रीतियां भी युवा शक्ति को बल देने के लिए है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा सौभाग्य है, कुछ ऐसी चीजें हमारे पास है. हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में दी है. आज हमारे पास डेमोग्राफी है, आज हमारे पास डेमोक्रेसी, आज हमारे पास डायवर्सिटी है. डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है.
प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर से देशवासियों से 3 बुराइयों भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि ये ऐसी चीजें हैं, जो हमारे देश के लोगों की आकांक्षाओं पर सवालिया निशान खड़े करती हैं.
हमारा राष्ट्रीय चरित्र विश्व मंगल के बारे में सोचने वाला होना चाहिए. हमें देश को इतना मजबूत बनाना है, जो विश्व मंगल के लिए भी अपनी भूमिका अदा करे. आज कोरोना के बाद मैं देख रहा हूं जिस प्रकार से संकट की घड़ी में देश ने दुनिया की मदद की उसका परिणाम ह, आज दुनिया में हमारा देश एक विश्व मित्र के रूप में, विश्व का अटूट साथी के रूप में, आज हमारे देश की पहचान बनी है.
हमने दुनिया के सामने ये दर्शन रखा है और दुनिया उस दर्शन को लेकर हमारे साथ जुड़ रही है. हमने कहा- वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड. रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में ये बहुत बड़ा हमारा स्टेटमेंट है, आज दुनिया उसे स्वीकार कर रही है. कोविड के बाद हमने दुनिया को कहा- वन अर्थ, वन हेल्थ. हमने G20 सम्मेलन के लिए दुनिया के सामने कहा है- वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर. हमने क्लाइमेट के लिए रास्ता दिखा है- लाइफस्टाइल मिशन लॉन्च किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए मेरे परिवारजनों- इस कालखंड में जो हम करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, सर्व जन हिताय सर्व जन सुखाय, एक के बाद एक फैसले लेंगे, आने वाले 1000 साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है. इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए इसका प्रभाव पैदा करने वाली है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)