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बीते 14 सितंबर को यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में दो दलित बहनों (Dalit Minor Girls Killed) का शव पेड़ से लटका मिला. पुलिस ने पॉक्सो, रेप, हत्या समेत गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर बलात्कार और हत्या के सनसनीखेज मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाने का दावा किया.
लेकिन, पुलिस की जांच पर कई सवाल उठ रहे हैं. पुलिस की जांच पर ना पीड़ितों को यकीन है और ना ही आरोपियों के परिवार को. पीड़ित परिवार ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
इसी बीच जब क्विंट ने लखीमपुर खीरी का दौरा किया तो ग्राउंड रिपोर्ट में भी कई चीजें निकलकर सामने आई.
पुलिस और परिजनों का अलग-अलग बयान
वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने दावा किया कि "आरोपी लड़कियों को बहला-फुसलाकर खेत में ले गए थे और इच्छा के विरुद्ध लड़कियों से शारिरिक सम्बन्ध बनाए थे."
वहीं, पीड़ित परिवार के परिजनों का आरोप है कि आरोपी बच्ची को घसीटते हुए लेकर गए थे.
इस घटना को बताते-बताते पीड़िता की मां की आंखे नम हो जाती हैं और बार-बार बेहोश होती हैं. उनका कहना है कि "जब आरोपी लड़की को घसीटते हुए ले जा रहे थे तो उन्होंने अपनी बच्ची को बचाने के लिए आरोपियों का बहुत दूर तक पीछा भी किया."
गन्ने के खेत के बगल से गुजरती ईंट की बनी पतली सड़क के किनारे पड़ा है राख का ढेर. और उसके ऊपर पड़ी है पीली चप्पलों की एक जोड़ी, जिसपर शायद किसी की नजर नहीं पड़ी थी. लेकिन परिजनों का आरोप है कि ये चप्पल उन्हीं दोनों बच्ची में से एक बच्ची की है, जब आरोपी घसीटते हुए ले जा रहे थे तब रास्ते में चप्पल गिर गई थी.
लड़कियों का आरोपियों के साथ जाने के सवाल पर मृतका के भाई ने पुलिस पर पैसे के लिए झूठ बोलने का गंभीर आरोप लगाया.
आरोपियों के परिवार ने की CBI जांच की मांग
पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें से 5 आरोपी पास के गांव के हैं और छठा आरोपी का घर पीड़िता के घर के पास ही है. आरोपियों के घर वालों का मानना है कि उनके बच्चे निर्दोष और नाबालिग हैं और इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस की जांच पर सवालिया निशान उठाते हुए CBI जांच की मांग की है.
घटना में आरोपी के पिता का कहना है कि उनके बेटे के संबंध लड़की से जरूर थे लेकिन वह हत्या नहीं कर सकता.
इस पूरे मामले में पुलिस के रवैये पर शुरू से ही सवाल उठ रहा है. इस सनसनीखेज वारदात के बाद पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के बजाय पुलिस अधीक्षक डांटते हुए दिखे थे.
पीड़ित परिवार की मांग गिरफ्तार अभियुक्त को मिले फांसी की सजा.
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