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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं. सड़कों पर सैलाब आ गया है. वहीं घरों में भी पानी भर गया है. लगातार हो रही बारिश की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इंदौर में भारी बारिश की वजह से स्कूल बंद कर दिए गए हैं. वहीं हरदा जिले का खंडवा और नर्मदापुरम से संपर्क टूटा गया है. बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
इंदौर में शुक्रवार रात से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है. अब तक 6 इंच से ज्यादा बारिश हुई है. सड़कों से लेकर घरों तक पानी भर गया है. जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं प्रशासन ने शनिवार को तमाम स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है.
भारी बारिश की वजह से इंदौर के यशवंत सागर डैम का जलस्तर भी बढ़ गया है. शनिवार सुबह डैम के गेट खोले गए. कृषि महाविद्यालय इंदौर के वैज्ञानिक रंजीत वानखेड़े ने बताया कि कल से अभी तक इंदौर जिले में 163.90 मिलीमीटर यानी साढ़े 6 इंच बारिश हो चुकी है. इस सीजन में सबसे ज्यादा बारिश का यह रिकॉर्ड है. आज भी रेड अलर्ट जारी है और भारी बारिश की संभावना है.
शाजापुर जिले में बीती रात से लगातार बारिश का दौर जारी. जिसके चलते जिले के तमाम नदी- नाले उफान पर हैं. शहर का चिलर डैम 16 फिट तक भर चुका है. वहीं बारिश की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन प्रभावित हुआ है.
भारी बारिश की वजह से हरदा का खंडवा और नर्मदापुरम से संपर्क टूट गया है. खंडवा रोड पर बने पुल के ऊपर पानी बह रहा है. वहीं छिदगांव में गंजाल नदी पर बने पुल पर भी पानी आ गया है, जिसकी वजह से नर्मदापुरम की ओर जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. पिछले 24 घंटे से हो रही तेज बारिश की वजह से हरदा की अजनाल नदी भी उफान पर है.
हरदा शहर की निचली बस्तियों में जलभराव हो गया है. शहर के मानपुरा, जत्रा पड़ाव, बसोड़ मोहल्ला, बंगाली कॉलोनी और खेड़ीपुरा नाके के पास की बस्तियों में पानी भर गया है. बारिश से उपजे हालात पर प्रशासन नजर बनाए हुए है. अगर बारिश जारी रहती है तो निचली बस्तियों को खाली कराने का भी प्लान है.
बुरहानपुर जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ गया है. ताप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं पारसडोह डैम के 3 गेट खोले गए हैं. पुलिस-प्रशासन की टीम निचली बस्तियों को खाली कराने में जुटी है. राजघाट, खाटू घाट, नागझरी घाट, पीपालघाट डूब गए हैं.
सिटी एसपी गौरव पाटिल ने बताया कि बैतूल में ताप्ती नदी पर बने डैम के तीन गेट खोले गए हैं, जिसके चलते और भी पानी बढ़ने की संभावना है. प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और होमगार्ड, एसडीआरएफ, नगर निगम, एवं पुलिस की टीम घाटों पर और निचली बस्तियों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.
भारी बारिश के मद्दे नजर मध्य प्रदेश के मौसम विभाग ने शनिवार को कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इनमें इंदौर, छिंदवाड़ा, सिवनी, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर और खरगोन जिले शामिल हैं. बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की चलते अभी आगे भी कुछ दिनों तक प्रदेश में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी.
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