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वीडियो एडिटर- विशाल कुमार
‘’तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल है कि, फिर भी तुम्हें यकीन नहीं’’
उसूलों पर जहां आंच आये,
टकराना जरूरी है
जो जिन्दा हो,
तो फिर जिन्दा नजर आना जरूरी है
24 अक्टूबर के बाद से ही शिवसेना सांसद संजय राउत ट्विटर पर लगातार शायरी लिखते आ रहे हैं. सारी शायरियों में कुछ न कुछ नसीहत जरूर दिखता है. आज इस वीडियो में हम संजय राउत के इसी अंदाज की बात करेंगे. उनकी पत्रकारिता से लेकर राजनीतिक तक पर बात होगी.
इससे पहले बता दें कि 7 नवंबर को बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की, मुलाकात के बाद संजय राउत सामने आए और लगभग मजे लेने वाले अंदाज में कह दिया कि अगर आप यानी बीजेपी राज्यपाल से मिली, तो आपका ये फर्ज बनता है कि आप राज्यपाल को बहुमत के लिए जरूरी 145 विधायकों की लिस्ट भी दें.राउत ने कहा,
संजय राउत की यही बेबाकी उनको खास बनाती है. इस वक्त अगर आप महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे को देखेंगे तो आप को सेंटर में संजय राउत ही नजर आएंगे...24 अक्टूबर को अभी नतीजों के रूझान आ रही थे कि उद्धव ठाकरे सामने आए और बीजेपी के साथ 50-50 फॉर्मूला तय होने की बात कह दी. उन्होंने कह दिया कि शिवसेना का साफ है बड़े भाई, छोटे भाई की बात नहीं होगी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ फॉर्मूला तय हुआ है उसे लागू किया जाएगे.
अगले दिन ही संजय राउत ने ये कॉर्टून भी पोस्ट कर दिया और इरादे भी जता दिए शिवसेना के चुनाव चिह्न शेर के हाथ में कमल का फूल और गले घड़ी यानी एनसीपी का चुनाव है किया. हालांकि, उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा- व्यंग चित्रकार का कमाल. बुरा न मानो दिवाली है.
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