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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 03 अक्टूबर को कहा कि कांग्रेस को यह साफ करना चाहिए कि क्या आबादी के अनुपात में अधिकार दिए जा सकते हैं? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार गरीब लोगों का है. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या सबसे पुरानी पार्टी मुसलमानों के अधिकारों को कम करना चाहती है.
PM मोदी का यह बयान क्यों ? उनका बयान नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के जाति सर्वे जारी करने के एक दिन बाद आया है. जिसमें पता चला है कि ओबीसी और ईबीसी राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हिस्सा हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार जाति सर्वे की सराहना करते हुए कहा था कि लोगों को उनकी आबादी के अनुसार उनका उचित अधिकार देने के लिए देश को जाति आधारित जनगणना की जरूरत है.
पीएम मोदी ने क्या कहा ? "कांग्रेस का कहना है कि लोगों की आबादी (जनसंख्या) संसाधनों पर अधिकार तय करेगी, लेकिन मोदी के लिए, गरीब लोग देश की सबसे बड़ी आबादी हैं और संसाधनों पर उनका पहला अधिकार है. गरीबों का कल्याण मेरा उद्देश्य है."
कांग्रेस पर हमला: पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि, "क्या हिंदुओं को सारे अधिकार ले लेने चाहिए? कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या आबादी के हिसाब से अधिकार दिए जाएंगे. क्या कांग्रेस अल्पसंख्यकों को हटाना चाहती है?
पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर यह हमला छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में बोला है. प्रधानमंत्री की छत्तीसगढ़ यात्रा ऐसे समय हो रही है जब इस साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी राजनीतिक दल वोटर्स को लुभाने के लिए अपना अधिकतम प्रयास कर रहे हैं.
इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों के बाद, कांग्रेस ने तत्कालीन सत्तारूढ़-बीजेपी के खिलाफ 90 में से 68 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की थी, बीजेपी ने 15 सीटें हासिल की थीं.
राहुल गांधी ने क्या कहा था? बिहार जातीगत जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा था कि, "बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC + SC + ST 84% हैं. केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5% बजट संभालते हैं! इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना जरूरी है. जितनी आबादी, उतना हक - ये हमारा प्रण है."
बिहार जातीगत जनगणना में क्या आया ? बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर को जातीय आधारित गणना की रिपोर्ट जारी कर दी. अपर मुख्य सचिव विवेक सिंह ने जातीय आधारित गणना की पुस्तिका का लोकार्पण किया. रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में ईबीसी और पिछड़ा वर्ग की आबादी सबसे अधिक है. वहीं, हिंदू आबादी 81.99 प्रतिशत और मुस्लिम 17.70 फीसदी बताया गया है. जबकि कोई धर्म नहीं मानने वालों की संख्या 0.0016% है.
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