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‘मानव बम’ के दाग ने मेरी बेटी सादिया और हमारे परिवार की जिंदगी बर्बाद कर दी...ये कहना है जम्मू-कश्मीर से अपनी बेटी को लेकर पुणे लौटी सादिया की मां का. सादिया की मां ने क्विंट से खास बातचीत में कहा कि मीडिया ने बिना पुख्ता जानकारी के उनकी बेटी को अपराधी करार दे दिया.
बता दें कि पुणे की रहने वाली सादिया शेख नर्सिंग कोर्स में दाखिला लेने श्रीनगर पहुंची थी. यहां पुलिस ने गलत इनपुट के आधार पर सादिया शेख को हिरासत में ले लिया. पुलिस को इनपुट मिला था कि सादिया शेख गणतंत्र दिवस पर आत्मघाती हमला कर सकती है.
सादिया शेख 16 जनवरी को नर्सिंग के कोर्स में दाखिला लेने के लिए अपनी मां के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंची थी. हालांकि कुछ दिनों बाद सादिया की मां पुणे अकेली लौट आईं, जबकि सादिया श्रीनगर में अपनी सहेली के घर पर ही रुकी थी.
सादिया की मां के मुताबिक, सादिया को डॉक्टर बनने की चाहत बचपन से ही थी. 12वीं पास करने के बाद सादिया ने महाराष्ट्र सीईटी की परीक्षा भी दी, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी. इसके बाद उसने महाराष्ट्र में ही नर्सिंग के लिए कोशिश की. लेकिन कॉलेज मे दाखिला लेने से पहले ही कुछ एटीएस के अधिकारियों ने सादिया के ISIS से संबंध होने की गलत जानकारी कॉलेज प्रशासन को दे दी. इस वजह से सादिया का दाखिला नहीं हो सका. इन सब बातों से परेशान होकर सादिया ने जम्मू-कश्मीर में पढ़ने का मन बनाया.
सादिया की मां ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोई उनकी 18 साल की बेटी को साजिश के तहत बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. श्रीनगर में भी यही हुआ. पहले केन्द्रीय खुफिया विभाग की रिपोर्ट सामने आई और अचानक मीडिया में सादिया की फोटो के साथ खबर भी आ गई.
सादिया की मां का कहना है, ''किसी रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया था कि सादिया अपराधी है, न ही उसे गिरफ्तार किया गया और न ही कोर्ट में पेश किया गया. इनपुट था कि हमला हो सकता है, उसमें यह नहीं था, कि सादिया ही हमला करेगी. लेकिन सादिया का नाम और अन्य जानकारियां सार्वजनिक होने से सादिया की जिंदगी बर्बाद हो गई.''
मीडिया मे आई उन खबरों को भी सादिया की मां ने सिरे से खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि सादिया ने शादी कर ली है.
गणतंत्र दिवस से पहले अचानक जम्मू-कश्मीर पुलिस की और से जानकारी सामने आई कि 18 साल की पुणे की रहने वाली एक लड़की मानव बम है, जो बड़ी साजिश को अंजाम दे सकती है. कई अखबारों ने 26 जनवरी को इस खबर को प्रमुखता से छापा. लेकिन जैसे ही ये जानकारी सादिया और उसके परिवार को मिली, तो उनके होश उड़ गए.
इसके बाद सादिया की मां ने खुद सादिया को फोन कर पुलिस स्टेशन जाने को कहा. सादिया खुद पुलिस के पास पहुंची, जहां, उसने पुलिस को जानकारी दी कि ‘अखबारों में जिस लड़की की बात हो रही है वो मैं ही हूं.’
सादिया से लंबी पूछताछ और हर तरह की जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया.
इससे पहले साल 2015 में सादिया का संपर्क श्रीनगर के दाइश से पाया गया था. तब कथित तौर पर उसके कट्टरपंथी होने का पता चला था. वह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया से तब प्रभावित होने की बात मानती हैं. लेकिन पुलिसवालों ने उससे मिलकर उसकी काउंसलिंग कराई और कट्टरपंथी बनने से पहले ही रोक दिया.
सादिया की मां का कहना है कि इस घटना के बाद से सादिया बेहद परेशान रहती है. उनका कहना है कि सादिया कहती है कि अब हमें महाराष्ट्र से बाहर चले जाना चाहिए.
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