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ध्रुव त्यागी मर्डर: परिवार की गुहार, इसे हिंदू-मुस्लिम का रंग न दो

ध्रुव त्यागी के परिवार की गुजारिश, हमारा राजनीतिक इस्तेमाल करना बंद करें

एंथनी रोजारियो
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‘‘हमने तो ध्रुव की याद में प्रार्थना सभा की थी लेकिन किसी ने इसे ‘महापंचायत’ का नाम दे दिया’’
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‘‘हमने तो ध्रुव की याद में प्रार्थना सभा की थी लेकिन किसी ने इसे ‘महापंचायत’ का नाम दे दिया’’
(फोटो: क्विंट)

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम

नॉर्थ दिल्ली का मोती नगर. 12 मई को ध्रुव त्यागी अपनी बेटी के साथ कहीं जा रहे थे. कुछ लड़कों ने फब्तियां कसीं, ध्रुव ने उन लड़कों के घर जाकर विरोध किया और उनकी हत्या कर दी गई. मामला छेड़खानी और गुंडागर्दी का था लेकिन अब ये मामला हिंदू-मुस्लिम रंग ले चुका है. ताज्जुब ये है कि खुद ध्रुव त्यागी का परिवार कह रहा है कि मामले को सांप्रदायिक रूप देने के पीछे कुछ नेताओं की चालबाजी है. और ये चालबाजी शुरू हुई ध्रुव त्यागी के लिए रखी गई प्रार्थना सभा से.

जब प्रार्थना सभा को बना दिया महापंचायत

ध्रुव त्यागी के परिवार का दावा है कि प्रार्थना सभा में कुछ लोग आए और प्रार्थना सभा को ‘महापंचायत’ का नाम देने लगे. इन लोगों ने भड़काऊ नारे लगाए और सभी मुस्लिमों को इलाके से निकालने के लिए कहा. त्यागी परिवार के लोगों को संदेह है कि ये लोग आरएसएस और VHP जैसे संगठन से हो सकते हैं.

ध्रुव के पिता वेद त्यागी बताते हैं - ‘’त्यागी समाज ने तो ध्रुव की याद में प्रार्थना सभा की थी लेकिन किसी ने ‘महापंचायत’ का नाम दे दिया. फिर जाट, गुर्जर और अन्य समुदायों के लोग भी जमा हो गए और ये हिंदू-मुस्लिम मामला बन गया.”

ध्रुव के भाई तपेश्वर ने प्रार्थना सभा में आई भीड़ से वापस जाने का भी आग्रह किया. तपेश्वर कहते हैैं- “कुछ लोग आक्रामक होकर और भड़काऊ नारे लगाकर शांतिपूर्ण प्रार्थना सभा में हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रहे थे. मैंने उन्हें जाने के लिए कहा, जब उन्होंने जाने से इनकार किया तो झगड़ा भी हुआ.’’

त्यागी परिवार को मुसलमानों से नहीं कोई शिकायत

इस घटना पर आसपास रहने वाले मुसलमानों का कहना है कि बाहरी लोगों के आने से उनमें डर है. ध्रुव और उसके घायल बेटे अनमोल को अस्पताल ले जाने वाले रियाज अहमद के अनुसार 16 मई की सुबह गली में खूब नारेबाजी हुई.

19 साल के अनमोल को भी चाकू मार दिया गया था. उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा. वो फिलहाल अस्पताल में भर्ती है.

उन लोगों ने अफवाह फैलाना शुरू कर दिया कि मुसलमानों के घरों में आग लगने वाली है और गली में दंगे होने वाले हैं.
रियाज अहमद, बिजनेसमैन
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रियाज ने दावा किया - “त्यागी परिवार के सदस्य अच्छे लोग हैं, जो मुसलमानों के साथ मिल जुलकर रहते हैं और मामले को हिंदू-मुस्लिम के रूप में नहीं देख रहे हैं. लेकिन त्यागी परिवार से संबंध रखने वाले एक स्थानीय नेता इस घटना से अपना राजनीतिक करियर बनाने की कोशिश कर रहे हैं”.

रियाज की तरह ही मुजाहिद आलम कहते हैं कि “ मृतक का परिवार मुस्लिमों के साथ भाई-भाई की तरह रहता है. लेकिन उन्हें भी लगता है कि "कुछ नेता इस घटना पर राजनीति करने कोशिश कर रहे हैं."

ध्रुव की हत्या के मामले में अब तक पुलिस ने दो महिलाओं सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे लोगों को क्या संदेश देना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में तपेश्वर त्यागी ने कहा, “हाथ जोड़कर, मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे साथ संवेदना रखें और हमें अपने लिए इस्तेमाल न करें. हम केवल शांति चाहते हैं. हम हिंदू-मुस्लिम विवाद नहीं चाहते.

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Published: 20 May 2019,01:08 PM IST

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