advertisement
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे कई कहानी एक साथ कहते हैं. ये बता रहे हैं कि आखिर कैसे ग्रामीण, आर्थिक रुप से कमजोर क्षेत्रों में बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस आगे निकल गई है. सिर्फ इतना ही नहीं SC-ST सीट यानी आरक्षित सीटों पर भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है. खास कर मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे हिंदी भाषी राज्यों में नतीजों के ताजा आंकड़े पूरी तस्वीर साफ कर देते हैं.
गुजरात नतीजों से लेकर अब आए ताजा नतीजों में ग्रामीण क्षेत्रों से बीजेपी को झटके पर झटका मिलता दिख रहा है. मध्य प्रदेश में ये झटका 3% का और छत्तीसगढ़ में 8% का था.
मिंट के एनालिसिस के मुताबिक, बीते पांच साल में हर राज्य में बीजेपी का वोट परसेंट करीब 4% गिरता दिख रहा है. 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गांव-गांव तक अपनी पहुंच बढ़ाई लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन इससे ठीक उलट है. ये हाल तब है जब बीजेपी ने ये वादा किया है कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर देंगे.
नतीजें ये भी दिखाते हैं कि SC-ST समुदाय बीजेपी के उग्र राष्ट्रवाद को पचा नहीं पा रहा है. इंडियास्पेंड की एनालिसिस के मुताबिक, 180 आरक्षित सीटों में से 120 सीट यानी 66% सीटें बीजेपी ने गंवा दिया है.
साल 2013 में बीजेपी ने 77% सीटें जीती थीं. कांग्रेस ने इस साल 180 आरक्षित सीटों में से 111 सीटें हासिल की है, 2013 में पार्टी सिर्फ 42 सीट जीत सकी थी. साफ है कि इन सीटों पर कांग्रेस का तेजी से उभार हुआ है.
अगर यही ट्रेंड बरकरार रहा तो बीजेपी को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में 33 सीटों का नुकसान होगा.
साल 2014 में इन 5 राज्यों में बीजेपी ने 64 सीट हासिल की थी जो घटकर 31 हो सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)