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वीडियो एडिटर: पूर्णेंदु प्रीतम
लाखों भक्त वाले ‘स्वयंभू बाबा’ से लेकर दुष्कर्म के आरोपों से घिरे और भगोड़े नित्यानंद ने देश के कई कुख्यात ‘बाबाओं’ की तरह बदनामी से पहले खूब नाम कमाया. अंग्रेजी और तमिल भाषी, जोरदार वक्ता नित्यानंद के साल 2000 में तमिलनाडु में काफी अनुयायी बने. जब कई हस्तियों ने उसकी 'हीलिंग पावर' का प्रचार करना शुरू किया.
उसने दावा किया कि उसने मुक्ति पा ली है और अपना नाम बदलकर 'नित्यानंद' रख लिया.
इसके बाद 2010 में उसका प्रभुत्व घटने लगा, जब सन टीवी ने कथित तौर पर कॉलीवुड एक्टर रंजीता के साथ उसकी सेक्स टेप प्रसारित की थी. लेकिन रंजीता और नित्यानंद ने कहा कि फुटेज फर्जी है, इसके बाद नाराज अनुयायियों ने उसके कई आश्रमों में तोड़-फोड़ भी की.
लेकिन ये स्कैंडल का अंत नहीं था, उसके खिलाफ 2012 में एक रेप केस दर्ज कराया गया. कुछ ही समय में उसके समर्थक घटने लगे, इसके बाद वो कर्नाटक में बस गया और कभी तमिलनाडु नहीं लौटा.
नित्यानंद ने ट्रायल में देरी की और 8 सालों तक लोगों की नजरों से दूर रहा, जबतक 2018 में फेसबुक और यूट्यूब पर उसके वीडियो दोबारा नहीं दिखने लगे और अब ये सीरियल यौन अपराधी फिर से चर्चा में है. नित्यानंद पर उसके अहमदाबाद आश्रम में लोगों को कैद करने और उनका उत्पीड़न करने का आरोप है.
इन सब के बाद भी सवाल ये है कि कब तक नित्यानंद खुला घूमता रहेगा?
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