advertisement
एक वक्त था जब वर्क फ्रॉम होम एक मजेदार चीज लगती थी, लेकिन अब जब ये हो रहा है तो इसमें कोई मजा नहीं है. कोरोनावायरस की वजह से हम सब एक अच्छे नागरिक के तौर पर अपने-अपने घर में बंद हैं. लेकिन 14 महीने के बच्चे के साथ घर से काम करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि हर थोड़ी देर में आवाज आती है - मम्मा, मम्मा, मम्मा
ऐसे कई कारण हैं कि मैं ऑफिस जाकर काम करना चाहती हूं, मैंने ऐसे 5 कारण लिखे हैं जिसमें एक मां अपने छोटे बच्चे के साथ घर से काम करने वाले कल्चर को बड़ी मुश्किल से कर पाएगी...
मैं बता रही हूं इन बच्चों को दूर से ही मम्मी की खुशबु आ जाती है, मैं अगर दूसरे कमरे में भी काम कर रही हूं तो मेरी बेटी को पता है कि 'मम्मी आस पास ही है' उसे बस मां चाहिए, ये एक अच्छी फीलिंग है कि मेरी बेटी मेरे पास रहना चाहती है लेकिन, जब मैं काम कर रही हूं और वो हमेशा ही पास होती है तो काम करना काफी मुश्किल हो जाता है.
मेरी नैनी हमारे साथ पिछले एक साल से काम कर रही है और वो काफी एफिशिएंट है. लेकिन क्योंकि मैं घर से काम कर रही हूं तो उनकी सारी खूबियां खिड़की के बाहर, अब वो चाहती है कि मैं बताऊं कि बेबी क्या पहनेगी, खाएगी और अगर बच्ची रो रही है तो उसे मैं ही चुप करूं और ये सब तब है जब मैं अपने ऑफिस के काम को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती हूं.
मैंने जब से वर्क फ्रॉम होम करना शुरू किया है, मैंने ये देखा है कि मेरी बेटी का अपने खिलौनों से मन भर गया है, अब उसे सिर्फ मेरे लैपटॉप और इयरफोन चाहिए, लैपटॉप को बचाकर रखना मेरी पहली प्राथमिकता है.
मुझे लगा घर से काम करने में अच्छा लगेगा, मैं काम करुंगी और जब मुमकिन होगा अपनी बेटी के साथ वक्त बिता पाऊंगी यानी गिल्टी बिलकुल नहीं, और फिर मुझे सच का पता चला. दूसरे रूम में बैठकर एक आर्टिकल खत्म करने के बाद जब दूसरे कमरे से बेटी की रोने की आवाज आई तो उससे मुझे बहुत बुरा लगा. आप चाहते हो कि आप झट से अपनी बेटी को जाकर गले लगा लो और उसे शांत करो लेकिन अगर आपने ऐसा किया तो एक घंटा आपको उसके साथ रहना होगा और ऐसे काम में अरचन आएगी... ये बहुत बुरा है...
आप इतने प्यारे चेहरे से बच कैसे सकते हैं? आप जानते हैं कि आपको डेडलाइन मीट करनी है लेकिन उसकी हरकतों को देख कर मन भटक जरूर जाता है क्योंकि- ये चीज दोबारा नहीं आयेगी, काम तो फिर भी थोड़ा रुक सकता है'
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)