Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019गाड़ी की टंकी फुल करा लीजिए,54 हजार पेट्रोल पंप इस दिन रहेंगे बंद

गाड़ी की टंकी फुल करा लीजिए,54 हजार पेट्रोल पंप इस दिन रहेंगे बंद

पेट्रोल पंप डीलर्स की प्रमुख मांग है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाए

द क्विंट
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पेट्रोल पंप 
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पेट्रोल पंप 
(फोटो: Istock)

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देशभर के करीब 54000 पेट्रोल पंप डीलरों ने एक दिन के लिए हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. 13 अक्टूबर को डीलर्स अपनी कई मांगों को लेकर पेट्रोल पंप बंद रखेंगे.

ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने कहा कि अगर तेल कंपनियों से उन्हें सही जवाब नहीं मिला, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं.

पेट्रोल पंप डीलर्स की प्रमुख मांग है कि कमीशन में बढ़ोतरी, सप्लाई से संबंधित मुद्दे सुलझाना और पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाए. बता दें, इससे पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार पेट्रोल-डीजल पर दो रुपये उत्पाद शुल्क घटा दिया था.

डीजल को GST में शामिल कराने के लिए हड़ताल

शनिवार को ट्रक मालिकों और संचालकों ने डीजल को जीएसटी के तहत लाने के लिए प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने देशभर में 36 घंटों की हड़ताल करने की बात कहीं है, जो नौ अक्टूबर सुबह आठ बजे से शुरू होगी.

जीएसटी लागू होने के बाद बिजनेस बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और दूसरे ट्रांसपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है, जो नौ अक्टूबर से शुरू होकर दस अक्टूबर को शाम आठ बजे खत्म होगी. हम भी इसका समर्थन करते हैं.
प्रभात कुमार मित्तल, अध्यक्ष, कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

उन्होंने कहा, "डीजल कीमत में बढ़ोतरी और कीमतों में रोजाना उतार-चढ़ाव सड़क परिवहन क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है. डीजल और टोल पर किया जानेवाला खर्च ट्रक चलाने के खर्च के 70 फीसदी से भी अधिक है, जबकि डीजल को ही जीएसटी के अंतर्गत नहीं रखा गया है. डीजल को जीएसटी के अंतगर्त लाना आवश्यक है, ताकि देश में एक कीमत पर डीजल की बिक्री हो."

ट्रांसपोर्टर्स ने यह मांग भी की कि हर तीन महीने में डीजल के कीमतों की समीक्षा होनी चाहिए.

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